पटना , अक्टूबर 15 -- बिहार जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि निजी स्वार्थों की बुनियाद पर खड़े तथाकथित महागठबंधन के पास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीति, नीयत और नेतृत्व का कोई विकल्प नहीं है।
श्री कुशवाहा ने आज बयान जारी कर कहा कि समाज के हर वर्ग और बिहार के कोने-कोने तक नीतीश सरकार के सुशासन मॉडल की प्रभावी छाप स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। इसी हताशा में विपक्ष अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता बनाए रखने और जनता को भ्रमित करने के लिए झूठे वादों की बौछार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि बीते 20 वर्षों में श्री कुमार ने बुनियादी जरूरतों और आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करने में अभूतपूर्व काम किया है। बिहार अब बीमारू राज्य की छवि को पीछे छोड़ते हुए विकास की नई गाथा लिख रहा है। इस लिहाज से यह विधानसभा चुनाव आने वाले 'विकसित बिहार' की दिशा में निर्णायक साबित होगा।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्री कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)हमेशा सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को प्राथमिकता देता रहा है। उन्होंने कहा कि न्याय के साथ विकास के मॉडल को जमीन पर उतरते हुए नीतीश सरकार ने उन वर्गों को मुख्यधारा में जोड़ा है, जिन्हें पहले केवल वोट बैंक के रूप में देखा जाता था, लेकिन उनकी चिंता कभी किसी ने नहीं की। जबकि, हमारे नेता की हमेशा यह नीति रही है कि वे वोट की नहीं, वोटर की चिंता करते हैं।
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