रांची , नवंबर 26 -- झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव विनोद पांडेय ने अवैध कोयला व्यापार को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के लगाए गए आरोपों को आज पूरी तरह से खारिज करते हुए इसे "बेबुनियाद, राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया है।

श्री पांडेय ने आज कहा कि मरांडी जान लें,झूठ को सौ बार बोलने से वह सच नहीं हो जाता। झारखंड में कानून का राज है और किसी भी स्तर की अवैध गतिविधि पर कार्रवाई कार्रवाई जरूर होती है। ये जीरो टॉलरेंस वाली सरकार है। भाजपा सत्ता से बाहर है, इसलिए उसे हर जगह डर और भ्रम नजर आ रहा है।

श्री पांडेय ने कहा कि झारखंड में भ्रष्टाचार और कोयला माफिया को बढ़ावा देने वाली कोई सरकार रही है, तो वह भाजपा के नेतृत्व में रही थी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सबसे पहले मरांडी जी यह बताएं कि उन्हें कोयला साइट्स, थानों की फीस, हवाला रूट और 'महाराजा-सेनापति' वाली पूरी स्क्रिप्ट किसने थमाई? यह आरोप कम और किसी फिल्मी लेखक की कहानी ज्यादा लगती है।

श्री पांडेय ने कहा कि झारखंड सरकार ने पिछले एक वर्ष में अवैध खनन पर ऐतिहासिक स्तर पर रोक लगाई है। यह भाजपा को रास नहीं आ रहा, इसलिए झूठ की राजनीति की जा रही है।

उन्होंने कहा कि मरांडी द्वारा सरकार पर बेबुनियादी आरोप लगा रहे हैं यह उनकी राजनीतिक हताशा का चरम है। मरांडी जी के आरोपों में न तथ्य है, न सबूत। केवल मीडिया की सुर्खियों में बने रहने का प्रयास है। भाजपा अब झारखंड की जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है। इसलिए वह रोज़ नए आरोप गढ़ रही है।

श्री पांडेय ने कहा कि सरकार हर जांच के लिए तैयार है, लेकिन उसे तथ्यों और कानून के दायरे में होना चाहिए। मरांडी कब से अफवाहों को एफआईआर और सुनी-सुनाई बातों को 'साइट मैप' समझने लगे? उनके पास यदि एक भी ठोस तथ्य हो तो सामने लाएं। झारखंड सरकार किसी भी जांच से पीछे नहीं हटेगी।

श्री पांडेय ने आक्रमण करते हुए कहा कि भाजपा को आईना दिखाना जरूरी है। झारखंड में कोयला माफिया किस राजनीतिक दल के संरक्षण में पनपे, यह पूरी दुनिया जानती है। धनबाद से लेकर गिरिडीह तक भाजपा के नेताओं से जुड़े नाम आज भी कोर्ट में लंबित मुकदमों में दर्ज हैं। मरांडी यूं ही 'साइट-वाइट' की कहानी लिखने से पहले अपनी पार्टी का इतिहास पढ़ लें। भाजपा की बेचैनी को भला कौन नहीं जान-समझ रहा है। समय आने पर सभी नामों का पर्दाफाश किया जाएगा।

श्री पांडेय ने कहा कि हेमंत सरकार 2.0 के एक वर्ष में अवैध खनन पर शिकंजा, खनन पट्टों में पारदर्शिता, पुलिस-प्रशासन की जवाबदेही, कोयला परिवहन पर डिजिटल ट्रैकिंग जैसे मजबूत कदम उठाए हैं। जो सरकार सिस्टम को मजबूत करे, भाजपा उसी पर हमला करती है। क्योंकि मजबूत सिस्टम से सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा की 'माफिया पर आधारित राजनीति' को होता है।

श्री पांडेय ने कहा मरांडी जो कहानियां वे गढ़ रहे हैं, उससे साफ है कि वे राजनीति नहीं, कोई सस्पेंस थ्रिलर लिखने का प्रयास कर रहे हैं। जनता इन मनगढ़ंत कहानियों को स्वीकार नहीं करेगी। झामुमो ने स्पष्ट कहा कि झूठ फैलाकर सत्ता नहीं मिलती। भाजपा के आरोप निराधार हैं, और सरकार पारदर्शिता के साथ कार्रवाई कर रही है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित