कोलकाता , अक्टूबर 11 -- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवाद-रोधी अभियान के दौरान प्रदेश के दो सैन्य पैराकमांडो की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा, "हमारे बंगाल के दो बहादुर पैराकमांडो की शहादत से दुखी हूँ, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवाद-रोधी अभियान के दौरान चरम मौसम का सामना करते हुए प्राण त्याग दिए।"उन्होंने आगे कहा, "बीरभूम के हमारे लांस नायक सुजॉय घोष और मुर्शिदाबाद के लांस हवलदार पलाश घोष को उनके देश की रक्षा के लिए उनके अनुकरणीय पराक्रम, समर्पण और सर्वोच्च बलिदान के लिए सलाम। उनके परिवारों और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। हमारी सरकार इस दुख की घड़ी में हर संभव सहायता प्रदान करेगी।"मुख्यमंत्री का यह बयान सेना द्वारा इस बात की पुष्टि के बाद आया है कि दो लापता पैराकमांडो के शव कोकरनाग के गडोले के ऊँचाई वाले जंगलों में बरामद किए गए हैं, जहाँ वे इस सप्ताह की शुरुआत में एक आतंकवाद-रोधी अभियान के दौरान लापता हो गए थे।

सेना की श्रीनगर स्थित चिनार कोर के अनुसार दोनों जवान एक विशिष्ट पैरा यूनिट का हिस्सा थे जो तलाशी अभियान चला रही थी, तभी वे अचानक आए बर्फ़ीले तूफ़ान में फंस गए। बुधवार को सेना का इन दोनों जवानों से संपर्क टूट गया था। जिसके बाद बर्फ़ से ढके इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया।

अधिकारियों ने बताया कि पांच पैरा यूनिट के लांस हवलदार पलाश घोष का शव गुरुवार को उनके हथियार और पीठथैला के साथ बरामद किया गया, जबकि लांस नायक सुजॉय घोष कल उसी इलाके में मृत पाए गए।

एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में लगभग दो फीट ताज़ा हिमपात हुआ है, जिससे बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग सेक्टर में स्थित गडोले क्षेत्र में पहले भी कई आतंकवाद-रोधी अभियान चलाए जा चुके हैं जिसके चलते शुरुआती अटकलें लगाई जा रही थीं कि दोनों किसी मुठभेड़ के दौरान लापता हो गए होंगे। सेना ने हालांकि बाद में स्पष्ट किया कि वे अभियान के दौरान आए बर्फीले तूफ़ान के शिकार हुए थे।

राज्य सचिवालय नबन्ना के अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही शोक संतप्त परिवारों से संपर्क कर उन्हें आर्थिक सहायता और अन्य प्रकार की सहायता प्रदान करेगी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोनों सैनिकों के पार्थिव शरीर सप्ताहांत में बंगाल वापस लाए जाने की उम्मीद है, जहाँ उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी जाएगी।

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