, Nov. 27 -- वर्ष 1976 में बप्पी लाहिरी के संगीत निर्देशित में बनी एक और सुपरहिट फिल्म चलते चलते प्रदर्शित हुयी ।फिल्म में किशोर कुमार की आवाज में चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना आज भी श्रोताओं में बीच अपनी अपनी अमिट पहचान बनाये हुये है ।फिल्म जख्मी और चलते चलते की सफलता के बाद बप्पी लाहिरी बतौर संगीतकार अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गये । वर्ष 1982 में प्रदर्शित फिल्म नमक हलाल बप्पी लाहिरी के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है ।प्रकाश मेहरा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई थी ।फिल्म में किशोर कुमार की आवाज में बप्पी लाहिरी का संगीबतद्ध यह गीत पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी ,उन दिनों श्रोताओं में क्रेज बन गया था और आज भी जब कभी सुनाई देता है तो लोग थिरकने पर मजबूर हो उठते है ।

वर्ष 1983 में प्रदर्शित फिल्म डिस्को डांसर बप्पी लाहिरी के करियर के लिये मील का पत्थर साबित हुयी ।बी.सुभाष के निर्देशन में मिथुन चक्रवर्ती की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में बप्पी लाहिरी के संगीत का नया अंदाज देखने को मिला ।आइ.एम.ए डिस्को डांसर, जिमी जिमी जिमी आजा आजा जैसे डिस्कों गीत ने श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया ।फिल्म में अपने संगीतबद्ध गीत की सफलता के बाद बप्पी लाहिरी डिस्को किंग के रूप में मशहूर हो गये। वर्ष 1984 में बप्पी लाहिरी के सिने कैरियर की एक और सुपरहिट फिल्म शराबी प्रदर्शित हुयी ।इस फिल्म में उन्हें एक बार फिर से निर्माता प्रकाश मेहरा और सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अवसर मिला। फिल्म में अपने संगीतबद्ध सुपरहिट गीत दे दे प्यार दे, मंजिले अपनी जगह है के जरिये बप्पी लाहिरी ने श्रोताओं को अपना दीवाना बना दिया।वह कैरियर में पहली बार सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित भी किये गये ।

नब्बे के दशक में बप्पी लाहिरी की फिल्मों को अपेक्षित सफलता नही मिली ।हालांकि वर्ष 1993 में आंखे और दलाल के जरिये उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में वापसी की लेकिन इसके बाद उनकी फिल्मों को अधिक कामयाबी नही मिल सकी । बप्पी लाहिरी ने कई फिल्मों में अपने पार्श्वगायन से भी श्रोताओं को अपना दीवाना बनाया है।उनके गाये गीतों की लंबी फेहरिस्त में कुछ है ,बंबई से आया मेरा दोस्त ,देखा है मैने तुझे फिर से पलट के, तू मुझे जान से भी प्यारा है, याद आ रहा है तेरा प्यार, सुपर डांसर आये है आये है,जीना भी क्या है जीना, यार बिना चैन कहां रे, तम्मा तम्मा लोगे, प्यार कभी कम मत करना, दिल में हो तुम ख्वाबो में तुम, उलाला उलाला आदि। अपने संगीतबद्ध गीतों के जरिये श्रोतााओं को मंत्रमुग्ध करने वाले बप्पी लाहिरी 15 फरवरी 2022 को इस दुनिया को अलविदा कह गये।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित