रायपुर , दिसंबर 20 -- छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा सदस्य एस. शशिकांत सेंथिल ने मनरेगा कानून में किए गए बदलाव और नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला।
कांग्रेस कमेटी द्वारा यहां राजीव भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत एवं प्रभारी सचिव विजय जांगिड भी उपस्थित रहे।
सांसद सेंथिल ने कहा कि मोदी सरकार ने तथाकथित "सुधार" के नाम पर दुनिया की सबसे बड़ी रोजगार गारंटी योजना मनरेगा की आत्मा को खत्म कर दिया है। महात्मा गांधी के नाम को हटाना और योजना के अधिकार आधारित स्वरूप को कमजोर करना गरीबों से काम का संवैधानिक अधिकार छीनने की साजिश है। उन्होंने कहा कि मनरेगा करोड़ों ग्रामीण परिवारों के लिए जीवनरेखा रही है और कोविड-19 के दौरान इसने आर्थिक सुरक्षा प्रदान की थी लेकिन पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार ने बजट कटौती, फंड रोकने और तकनीकी बाधाओं के जरिए इसे कमजोर किया है।
श्री सेंथिल ने आरोप लगाया कि नया ढांचा मनरेगा को अधिकार से बदलकर केंद्र नियंत्रित योजना बना रहा है, जिससे राज्यों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाला जा रहा है और संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। ग्राम सभाओं और पंचायतों की शक्तियां छीनकर डिजिटल नियंत्रण व्यवस्था लागू की जा रही है, जिससे विकेंद्रीकरण की भावना खत्म हो रही है।
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