भोपाल , अक्टूबर 03 -- मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी (एमपीपीजीसीएल) ने प्रदेश की समस्त विद्युत कंपनियों में कार्यरत अभियंता व कार्मिकों के लिए बहुप्रतीक्षित पावर कंपनी अंशदायी कैशलेस स्वास्थ्य योजना (एमपीपीसीएचएस) के क्रियान्वयन के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है।

इसके पश्चात देश भर के सभी अस्पतालों से योजना के नियम, शर्तो व दरों पर बातचीत की जाएगी। जो अस्पताल योजना की शर्तों व दरों पर सहमत होंगे उन्हें अनुबंधित किया जाएगा। इस प्रक्रिया में लगभग एक माह का समय लग सकता है। जैसे ही ये प्रक्रिया पूर्ण होगी कंपनी की कैशलेस योजना की सेवाएं प्रारंभ कर दी जाएंगी।

इस योजना का लाभ प्रदेश की छह विद्युत कंपनियों में कार्यरत नियमित कार्मिकों, संविदा कार्मिकों व विद्युत कंपनियों के पेंशनरों और उनके आश्रितों को मिलेगा। इनकी संख्या लगभग 1 लाख 82 हजार है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी को प्रदेश की छह विद्युत कंपनियों के लिए पावर कंपनी अंशदायी कैशलेस स्वास्थ्य योजना हेतु एजेंसी का चयन करने की जिम्मेदारी दी गई है।

विद्युत कार्मिक एवं पेंशनर मासिक अंशदान देकर योजना में शामिल हो सकते हैं। योजना में शामिल होने के लिए विद्युत कार्मिक एवं पेंशनर को मासिक अंशदान करना होगा। इस योजना में मात्र रुपए 500 प्रतिमाह में 5 लाख, रुपए 1000 प्रतिमाह में 10 लाख एवं रुपए 2000 प्रतिमाह में 25 लाख तक का कैशलेश इलाज का लाभ प्राप्त कर सकेंगे। कुछ अस्पतालों में को-पे की व्यवस्था भी रहेगी।

इस योजना को सुगम बनाने हेतु शक्तिभवन जबलपुर में ब्लॉक क्रमांक 9 में एक हेल्प डेस्क आरंभ किया गया है। इस हेल्प डेस्क में योजना से संबंधित जानकारी दी जा रही है एवं जिनको ऑनलाइन आवेदन करने में कठिनाई आती है वहां उनके आवेदन भी भरे जा रहे हैं।

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