जयपुर , अक्टूबर 12 -- पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि अगर मतदाता को ईमानदारी से मतदान की ताकत समझा दी जाये तो पक्ष एवं विपक्ष, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता उसे देश हित में जो सही लगता हैं, वह अपने दिमाग से तोलकर लोकतंत्र को बनायेगा तब जाकर लोकतंत्र की बहबूदी बढ़ेगी।
श्री कटारिया ने रविवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं भाजपा हरियाणा प्रभारी डा सतीश पूनियां की विधायक कार्यकाल (2018-2023) पर आधारित पुस्तक 'अग्निपथ नहीं जनपथ' (संवाद से संघर्ष) का विमोचन करने के बाद अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि अगर लोकतंत्र में लोकतंत्र के प्रहरी का दिल एवं दिमाग ठीक नहीं हुआ तो लोकतंत्र ठीक नहीं होगा। राजनीति में हार-जीत नहीं, बल्कि जनहित के लिए किया गया कार्य ही पहचान बनाता है वह ही उसकी सबसे बड़ी दौलत होती है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में हिन्दुस्तान पहला देश है जहां अब तक इतने चुनाव होने के बाद भी कभी कोई किसी प्रकार की गड़बड़ नहीं हुई और कोई जीता और कोई हारा, जनता ने उसे सहज स्वीकार किया हैं। यह लोकतंत्र की खूबसूरती है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही भीलवाड़ा जिला प्रमुख बरजी बाई भील का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अतिसामान्य परिवार की यह महिला लोकतंत्र के मंदिर में जहां तक पहुंची है, आज वह भीलवाड़ा की पहली महिला है, इससे बड़ा लोकतंत्र का उदाहरण नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की विशेषता है कि हमारे विचार भिन्न हो सकते हैं लेकिन हमारा उद्देश्य देश की सेवा करना हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य हैं कि विधानसभा में पारित होने वाले विधेयकों पर पहले की तरह उतनी चर्चा नहीं हो पाती है। श्री भैरोंसिंह शेखावत के समय जब तक सदन में पूरी चर्चा नहीं हो जाती विधेयक पारित नहीं होता और कई बार विपक्ष द्वारा सवाल खड़ा कर देने पर वह पारित नहीं किया जाता था और उस पर फिर से विचार किया जाता था। यह यह जिद्द नहीं थी कि जो लिख दिया वह ही लोहे की लकीर होगी। बहुमत लोहे की लकीर बना सकता हैं। उन्होंने एक यूनिवर्सिटी के विधेयक को सरकार द्वारा वापस ले लेने का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि देश एवं राजस्थान के हित के लिए कितना काम हो, इसको प्राथमिकता देने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि यह पुस्तक लिखकर डा पूनियां ने लोकतंत्र की खूबसूरती के लिये ऐतिहासिक कार्य किया है और वह खुद इस पुस्तक से इतने प्रभावित हैं कि उन्हें भी पुस्तक लिखने की प्रेरणा मिली है, क्योंकि इस पुस्तक के माध्यम से राजस्थान विधानसभा की कार्यप्रणाली, नेता प्रतिपक्ष की भूमिका, स्पीकर की भूमिका, राजस्थान विधानसभा से जुड़ी हर प्रक्रिया के बारे में जो जानकारी दी गई है, वह वास्तव में अपने आप में एक बड़ा कार्य है और इसके लिए सतीश पूनियां धन्यवाद के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि इस पुस्तक से आमजन को भी काफी कुछ सीखने को मिलेगा, विधानसभा के बारे में उन्हें अच्छी जानकारी मिलेगी इसके अलावा नए विधायकों और जो युवा राजनीति में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं उन्हें काफी कुछ इस पुस्तक से सीखने को मिलेगा। श्री कटारिया ने हमारे विचार अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन जब देशभक्ति और जनहित के मुद्दे सामने होते हैं तो हम सब एक होते हैं, यही भारत के लोकतंत्र की खूबसूरती है। उन्होंने कहा कि मंच पर भीलवाड़ा जिला प्रमुख बरजी बाई भील का मौजूद होने से इस कार्यक्रम का गौरव और बढ़ जाता है।
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