नयी दिल्ली , अक्टूबर 11 -- मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना सोमवार को भारत की चार दिन की राजकीय यात्रा पर आएंगे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के निमंत्रण पर यहां आ रहे श्री उखना के साथ कैबिनेट मंत्रियों, सांसदों, वरिष्ठ अधिकारियों, उद्याेगपतियों और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा।

विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि मंगोलिया के राष्ट्राध्यक्ष के रूप में राष्ट्रपति उखना की यह पहली भारत यात्रा होगी।

श्री उखना श्रीमती मुर्मु के साथ मुलाकात करेंगे। श्रीमती मुर्मु उनके सम्मान में भोज का आयोजन करेंगी। मंगाेलियाई राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा करेंगे।

उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के भी गणमान्य अतिथि से मुलाकात करने की उम्मीद है।

यह राजकीय यात्रा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है।

यात्रा के दौरान मंगोलिया-भारत व्यापार मंच की भी बैठक होगी साथ ही 'सुंदर देश मंगोलिया' सांस्कृतिक कार्यक्रम, ललित कलाओं और मोरिन खुर (घोड़े के सिर वाली वायलिन) प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएंगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में मंगोलिया की आधिकारिक यात्रा की थी। उस समय दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया गया था।

भारत और मंगोलिया के बीच राजनयिक संबंध 1955 में स्थापित हुए थे। पिछले सात दशकों में दोनों देशों ने साझा सांस्कृतिक ,आध्यात्मिक संबंधों तथा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित एक घनिष्ठ और बहुआयामी साझेदारी विकसित की है। यह साझेदारी रक्षा और सुरक्षा, संसदीय आदान-प्रदान, विकास साझेदारी, ऊर्जा, खनन, सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सांस्कृतिक सहयोग जैसे क्षेत्रों में है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित