हैदराबाद, सितंबर 27 -- तेलंगाना के परिवहन और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने शनिवार को कहा कि हैदराबाद में भारी बारिश और बाढ़ से लोगों को मुश्किलें न उठानी पड़े इसलिए सभी एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं।

अपने बयान में उन्होंने कहा कि दोनों जलाशयों के गेट खुलने के बाद जलजमाव वाले क्षेत्र में प्रभावित परिवारों को राहत शिविर में पहुंचा दिया गया है।

शंकर नगर से करीब 500 लोगों को शहजादी मस्जिद के जीएचएच के अस्थायी आश्रय में पहुंचाया गया जबकि मलकापेट सर्किल के मूसा नगर कम्यूनिटी हॉल में 150 लोगों को ठहराया गया है। दुर्गा नगर और अंबेडकर नगर से करीब 45 परिवारों तो मूसाराम बाग ब्रिज के पास राजकीय हाई स्कूल के आश्रय में पहुंचा दिया गया है।

दुर्गा नगर में 21 परिवारों को सुरक्षा के लिये घर के ऊपरी मंजिल पर भेजा गया है और गोलनाका कमेला के पास कृष्णा नगर के 32 निवासियों को स्थानीय कम्यूनिटी हॉल में भेज दिया गया है, जहां भोजन की सुविधा उपलब्ध है। ऐसे ही भू लक्ष्मी मंदिर क्षेत्र के 55 लोगों को घोड़े-की-क्रब स्थित जीएचएमसी कम्यूनिटी हॉल में स्थानांतरित किया गया है।

मंत्री प्रभाकर ने कहा कि पुनर्वास केन्द्रों पर स्थानांतरित किये गये परिवारों को समस्या का सामना न करना पड़े इसलिए अधिकारीगण चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।

चादरघाट पुल पर अचानक जलस्तर बढ़ने और एमजीबीएस बस अड्डे पर पानी भर जाने को लेकर मंत्री ने कहा कि जीएचएमसी, पुलिस, ट्रैफिक और हाइड्रा टीमें समेत सभी विभाग मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के निर्देशों पर तेजी से काम कर रहे हैं। एमजीबीएस बस अड्डे से सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और किसी भी समस्या से बचने के लिये बसों के रास्तों को बदल दिया गया है।

उन्होंने कहा कि आरटीसी यात्रियों की सुखद यात्रा के लिये बाथुकम्मा और दशहरा उत्सव स्थलों के लिए विशेष बसों की व्यवस्था करेगी। नागरिकों को बढ़ा प्रभावित जलजमाव वाले इलाकों से बचने की सलाह दी गयी है, जबकि पुलिस को मुसी नदी के किनारे मुख्य सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।

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