जैसलमेर , अक्टूबर 02 -- विजयदशमी के अवसर पर राजस्थान में जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की तोपखाना बटालियन के 1055 अधिकारियों एवं जवानों ने गुरुवार कोविधि-विधान से शस्त्र पूजन किया।

बीएसएफ के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यही वह ताेपखाना बटालियन है, जिसने मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की कई चौकियों को ध्वस्त कर दिया था। सीमा पार बरसाये गये इन गोलों ने ऐसा जलजला मचाया था कि दुश्मन की हिम्मत टूट गयी थी और आज वही तोपें विजयदशमी पर पूजा के दौरान एक नयी चमक बिखेर रही थीं।

जवानों ने इस अवसर पर परंपरागत शस्त्र पूजन किया। अपने अस्त्र, शस्त्रों पर पुष्पवृष्टि की और शक्ति मंत्रों का उच्चारण किया। दशहरा विजय दशमी के दिन पूरे देश में शस्त्र शक्ति की पूजा की जाती है।

इसी कड़ी में सभी सैन्य बल एवं अर्द्धसैनिक बल अपने अपने हथियारो, टेंकों, विमानों, ताेपों, जहाजों एवं कई प्रकार के हथियारों की विधि विधान एवं मंत्रोचार से पूजा-अर्चना की। तोपखाना यूनिट के जवानों एवं अधिकारियों ने हथियारों के तिलक लगाया गया एवं नारियल फोड़ कर इन हथियारों को सम्मान दिया गया। बल के पुजारियों ने शस्त्रों पर पुष्पवृष्टि की और शक्ति मंत्रों का उच्चारण किया। इस दौरान वहां का माहौल भारत माता के जय जयकारों से गूंजायमान हो उठा।

सूत्रों ने बताया कि जैसलमेर से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ ने अपने पास मौजूद इन्सास, बरेटा, एलएमजी, एमएमजी, 105 एमएम की तोप आदि अन्य कई हथियारों को बाकायदा सम्मान के साथ सुसज्जित करके इनका पूजन किया।

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