काहिरा , अक्टूबर 13 -- भारत ने गाजा ऐतिहासिक शांति समझौते पर सोमवार को हुए हस्ताक्षर का स्वागत किया है और आशा व्यक्त की है कि इससे क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित होगी।

गाजा शांति सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री के विशेष दूत के रुप में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। यह मुलाकात मिस्र के शर्म अल-शेख में आयोजित शांति समारोह में हुई जहां दुनिया भर के कई नेता एकत्र हुए थे। दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय स्थिरता और शांति प्रक्रिया को लेकर बातचीत भी हुयी।

विदेश मंत्रालय की ओर से किए गए ट्विट में कहा गया कि यह संवाद और कूटनीति के प्रति भारत की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है।

इससे पहले मिस्र के शर्म अल-शेख में चल रहे गाजा शांति सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा का पुनर्निर्माण शुरू करने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अब गाजा का पुनर्निर्माण शुरू होगा। उन्होंने कहा कि शायद पुनर्निर्माण सबसे आसान हिस्सा होगा क्योंकि सबसे मुश्किल काम पहले ही हो चुका है।

श्री ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि वह जानते हैं कि गाजा को बेहतर तरीके से कैसे बनाना है। मामले में संयुक्त राष्ट्र सहित कई संगठनों का अनुमान है कि गाजा की बुनियादी सुविधाओं और घरों के पुनर्निर्माण के लिए कई अरब डॉलर की निवेश की जरूरत होगी।

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