वलसाड , नवंबर 28 -- गुंजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को कहा कि कौशल, नवाचार और कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है, भारत के युवाओं में ये तीनों गुण और क्षमताएं मौजूद हैं।
श्री पटेल ने यहां धरमपुर में 'प्रमुख स्वामी वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर-पीएसवीटीसी' का दौरा कर प्रशिक्षु विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और कहा कि पूज्य प्रमुख स्वामी महाराज ने पूरी दुनिया में शांति, प्रेम और करुणा के सद्गुणों का संदेश फैलाया है। प्रमुख स्वामी महाराज की जयंती के अवसर पर वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर की ओर से मुख्यमंत्री का अभिवादन समारोह आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि स्वामीनारायण संप्रदाय ने भारतीय ऋषि संस्कृति को बचाने का भगीरथ कार्य किया है। उन्होंने युवाओं को व्यसन मुक्त और सुसंस्कारी के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाने के लिए वर्षों से महाअभियान चला रहे स्वामीनारायण संप्रदाय की सराहना की। उन्होंने कहा कि कौशल, नवाचार और कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। भारत के युवाओं में मौजूद इन तीनों गुणों और क्षमता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा युवा कौशल, इच्छाशक्ति और जोश के बल पर पत्थर से भी पानी निकालने में समर्थ है।
उन्होंने कहा कि दो दशक पहले अंबाजी से उमरगाम तक के आदिवासी बेल्ट में एक भी साइंस कॉलेज नहीं था, जबकि आज पिछले दो दशकों में दो दर्जन साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स कॉलेज कार्यरत हैं। आज इन क्षेत्रों में शिक्षा, सुविधाओं, योजनाओं और आर्थिक गतिविधियों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में पीपीपी मोड पर आठ अत्याधुनिक वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किए गए हैं, साथ ही तीन लाख से अधिक आदिवासी युवाओं को ऐसे सेंटरों, आईटीआई और केवीके के जरिए प्रशिक्षण और प्लेसमेंट मिला है। आदिवासी क्षेत्र धरमपुर में संचालित प्रमुख स्वामी वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर इसका उत्तम उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिग्री-आधारित नौकरी की आशा में निर्भर रहने के बजाय युवाओं को कौशल विकास की राह दिखाई है। इस अभिनव मार्ग ने लाखों युवाओं को दक्ष और कार्यकुशल बनाया है। धरमपुर पीएसवीटीसी में लगभग 30 विभिन्न ट्रेड्स कार्यरत हैं, जिनमें से इस संस्थान के शुरुआती तीन वर्षों में ही 500 से अधिक प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार मिला है।
मुख्यमंत्री ने स्वदेशी अपनाकर आत्मनिर्भर बनने का अनुरोध करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के लिए स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया है। आप सभी के सहयोग से यह संकल्प पूरा होकर रहेगा।
आदिजाति मंत्री नरेशभाई पटेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान आदिवासी समाज के विकास के लिए वनबंधु कल्याण योजना लागू की, जिसके परिणामस्वरूप आदिवासियों का सर्वांगीण विकास संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी समाज के युवाओं को पायलट, डॉक्टर और इंजीनियर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। सरकार की सहायता से आदिवासी समाज के युवा पायलट बनकर आकाश में उड़ान भर रहे हैं।
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