चेन्नई , अक्टूबर 03 -- भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप गैलेक्सआई ने शुक्रवार को कहा कि वह मिशन दृष्टि के अंतर्गत अपने उपग्रह को कक्षा में भेजने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा है।
गैलेक्सआई के अनुसार, इसके उपग्रह के संरचनात्मक मॉडल का भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के यूआर राव उपग्रह केंद्र (यूआरएससी) में परीक्षण किया गया। कंपनी ने कहा कि प्रक्षेपण के करीब पहुंचने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
परीक्षण के एक भाग के रूप में, गैलेक्सआई के उपग्रह को एंटीना तैनाती परीक्षणों के लिए एक विशेष प्रयोजन उपकरण (एसपीएफ) पर स्थापित किया गया। रॉकेट के कंपन भार को झेलने की इसकी क्षमता का भी परीक्षण किया गया।
इसके अलावा, उपग्रह को एक परीक्षण टेबल पर रखा गया ताकि उसके गुरुत्वाकर्षण केंद्र एवं जड़त्व आघूर्ण का निर्धारण किया जा सके, यह डेटा उपग्रह के नियंत्रण लूप में उपयोग किया जाएगा।
कंपनी ने दावा किया कि वह विश्व का पहला मल्टी-सेंसर इमेजिंग उपग्रह बना रहा है, जो एक ही प्लेटफॉर्म पर उच्च-रिज़ॉल्यूशन ऑप्टिकल डेटा के साथ सिंथेटिक एपर्चर रडार (एसएआर) को एकीकृत करेगा।
इसके माध्यम से किसी भी समय, कहीं भी, सभी मौसमों में निर्बाध दृश्यता उपलब्ध होगी जिससे अभूतपूर्व स्पष्टता के साथ तीव्र एवं बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
ये स्वदेश निर्मित उपग्रह सरकारों, रक्षा एजेंसियों एवं उद्योगों को उन्नत भू-स्थानिक विश्लेषण करने में सक्षम बनाएंगे।
गैलेक्सआई के दृष्टि मिशन में एक अद्वितीय मल्टी-सेंसर क्षमता है जो अंतरिक्ष से सभी समय, सभी मौसमों में सहज तस्वीरें भेजने में सक्षम हैं, यहां तक कि रात में और बादलों के बीच में भी।
कंपनी ने कहा कि इमेज डेटासेट तक पहुंच विश्लेषकों एवं उपभोक्ताओं के लिए उपयोग-अनुकूल होगी जिससे वर्तमान परिदृश्य में ज्ञात एवं अज्ञात दोनों प्रकार के अवसरों एवं लाभों की एक विस्तृत श्रृंखला प्राप्त होगी।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित