नयी दिल्ली , अक्तूबर 14 -- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि भारत और मंगोलिया के बीच रक्षा, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, और आर्थिक सहयोग में व्यापक संभावनाएँ हैं।

श्री बिरला ने मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना के साथ आये प्रतिनिधिमंडल का आज संसद भवन में स्वागत किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने कहा कि भारत और मंगोलिया के बीच रक्षा, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, और आर्थिक सहयोग में व्यापक संभावनाएँ हैं। भारत और मंगोलिया के बीच द्विपक्षीय संबंध डेमोक्रेसी, धर्म और डेवलपमेंट (3डी) के सिद्धांतों के आधार पर मजबूत हो रहे हैं। भारत और मंगोलिया इतिहास से लेकर आध्यात्मिक विरासत तक कई सामान्य परंपराओं को साझा करते हैं।

उन्होंने भारत और मंगोलिया के बीच निरंतर गहरी हो रही साझेदारी की सराहना करते हुए कहा कि इन सात दशकों में दोनों देशों के बीच कई नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा है। वर्ष 2023 में अपनी मंगोलिया यात्रा का स्मरण करते हुए, उन्होंने संसदीय लोकतंत्र के प्रति दोनों देशों की दृढ़ प्रतिबद्धता का उल्लेख किया।

श्री बिरला ने कहा कि भगवान बुद्ध की शिक्षाएँ कालातीत, शाश्वत और प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध का मंत्र, "बहुजन हिताय बहुजन सुखाय" ऐसा मार्गदर्शी सिद्धांत है जो आज भी भारत की लोक नीति को प्रेरित कर रहा है। उन्होंने राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना को यह भी बताया कि लोकसभा कक्ष में अध्यक्ष के आसन के ऊपर धर्म चक्र प्रमुखता से अंकित है, जो धर्म-आधारित शासन के प्रति भारत की निष्ठा का प्रतीक है।

अध्यक्ष ने सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के लिए हाल के वर्षों में हुई महत्वपूर्ण प्रगति का उल्लेख करते हुए बताया कि भारत के संविधान में जमीनी स्तर के प्रतिनिधि निकायों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है, और कुछ राज्यों ने इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है।

संसद के नए भवन के बारे में, श्री बिरला ने शिष्टमंडल को बताया कि वैश्विक कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, इस भवन का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि यह भवन सभी भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतीक है और इसमें बौद्ध दर्शन को प्रमुखता से दर्शाया गया है।

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