तिरुवनंतपुरम , दिसंबर 01 -- भारतीय वायुसेना (आईएएफ़) ने बाढ़-प्रभावित श्रीलंका से भारतीयों को निकालने के लिये चलाये जा रहे ऑपरेशन 'सागर बंधु' के तहत मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रयासों को तेज करते हुए 335 नागरिकों को सुरक्षित निकाला है।
भारतीय वायुसेना ने श्रीलंकाई प्राधिकारियों के साथ समन्वय में काम करते हुए भूस्खलन प्रभावित कोटमाले क्षेत्र में बड़े बचाव और निकासी अभियान चलाए हैं, यह क्षेत्र सड़क संपर्क टूटने के कारण पूरी तरह से अलग-थलग पड़ा हुआ है।
भारतीय वायुसेना ने रविवार रात श्रीलंका से 335 भारतीय नागरिकों को हवाई मार्ग से तिरुवनंतपुरम पहुंचाया और आपदा प्रभावित क्षेत्रों से उनकी सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की। भारतीय वायुसेना ने फंसे हुए नागरिकों को निकालने के साथ-साथ श्रीलंका की आपातकालीन प्रतिक्रिया को मज़बूत करने के लिए विशेष चिकित्सा दल, बचावकर्मी और आवश्यक राहत सामग्री भी तैनात की है।
दक्षिणी वायु कमान के नेतृत्व में अंजाम दिये गये इन अभियानों में एमआई-17वी5 मध्यम-लिफ्ट हेलीकॉप्टर और गरुड़ विशेष बलों के जवान शामिल थे। इन्हें स्थानीय एजेंसियों की सहायता के लिए कोलंबो में तैनात किया गया था। श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ मिलकर अभियान को अंजाम देते हुए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने अलग-थलग, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कई उड़ानें भरीं। इस दौरान वायुसेना ने घायल और फंसे हुए नागरिकों को बचाया, आपातकालीन राहत सामग्री पहुंचाई और आपदा-प्रतिक्रिया टीमों को महत्वपूर्ण स्थानों पर पहुंचाया।
भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने कई उच्च जोखिम वाले मिशनों में 57 श्रीलंकाई सेना के जवानों को दियातलावा आर्मी कैंप और कोलंबो से मध्य प्रांत के कोटमाले पहुंचाया जो भूस्खलन के कारण सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।
पूरे दिन भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने 45 फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला, जिनमें छह गंभीर रूप से घायल और चार शिशु शामिल थे। बचाये गये लोगों में 12 भारतीय नागरिक, कई देशों के विदेशी नागरिकों का एक बड़ा समूह और श्रीलंकाई नागरिक भी शामिल थे।
वायुसेना ने जमीन पर राहत कार्यों को तेज करने के लिए चल रहे बचाव और निकासी प्रयासों में सहायता के लिए 57 श्रीलंकाई सेना के कर्मियों को भी प्रभावित क्षेत्र में पहुंचाया।
आईएएफ़ ने भीष्म कैप्सूल और मेडिकल टीम को भी राहत कार्यों में शामिल किया और रात आठ बजे तक 400 से ज़्यादा भारतीय नागरिकों को हवाई मार्ग से सुरक्षित भारत वापस लाया गया और सेना की अभी और उड़ानें भरने की योजना बनायी गयी है।
इस अभियान में एक हाइब्रिड बचाव प्रयास भी शामिल था। इस प्रयास के तहत बाढ़-प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए नागरिकों तक पहुंचने के लिए गरुड़ कमांडो को दुर्गम क्षेत्रों में हवाई मार्ग से भेजा गया। फिर उन्हें हेलीकॉप्टर से निकालने के लिए निर्दिष्ट लैंडिंग बिंदुओं पर ले जाया गया।
भारतीय वायुसेना ने श्रीलंकाई, भारतीय और विदेशी नागरिकों सहित 55 नागरिकों को सफलतापूर्वक निकाला और उन्हें सुरक्षित कोलंबो पहुंचाया। एक दुखद घटनाक्रम में, इस अभियान में छह मृत व्यक्तियों के शव भी निकाले गये। इनमें चार बच्चे शामिल थे।
फिलहाल दो भारतीय हेलीकॉप्टर चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और अब तक 10 से ज़्यादा बचाव उड़ानें भर चुके हैं। भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की है कि राहत और बचाव कार्य मंगलवार को भी जारी रहेंगे। मौसम और हालात के आधार पर अतिरिक्त अभियानों की योजना बनायी गयी है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित