कोलकाता , नवंबर 24 -- बिहार विधानसभा चुनावों में अपनी निर्णायक जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व अगले महीने से पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले एक आक्रामक, हाई-प्रोफाइल अभियान की तैयारी कर रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोनों शामिल होंगे।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, शुरुआती योजना के तहत हर महीने दो विशाल जनसभा करनी है, जब तक कि चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं कर देता। एक रैली को प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे, दूसरी को गृह मंत्री।

भाजपा राज्य कमेटी के एक वरिष्ठ सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर यूनीवार्ता को बताया, "चुनाव की तारीखें घोषित होने के बाद इन सार्वजनिक जनसभाओं की संख्या बढ़ जाएगी। हमारे राज्य अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य इस हफ्ते दिल्ली में संभावित तारीखों और जगहों को फाइनल करने के लिए होंगे। कोशिश ऐसी जगहों को चुनने की होगी जो एक ही समय में एक से ज्यादा जिलों को कवर कर सकें।"पार्टी पश्चिम बंगाल में भाजपा के पांच सांगठनिक क्षेत्र में अलग-अलग चरण में अपना अभियान शुरू करने की योजना बना रही है।

पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, बंगाल इकाई ने 13 या 14 दिसंबर को हुगली जिले के आरामबाग में रैली करने की इजाजत के लिए स्थानीय प्रशासन से संपर्क किया है। अगर प्रधानमंत्री कार्यालय इस प्रस्ताव को मंजूरी दे देता है, तो आरामबाग रैली भाजपा के विधानसभा चुनाव अभियान को असरदार तरीके से शुरू कर देगी।

अमित शाह के दिसंबर के आखिर में राज्य का दौरा करने की उम्मीद है और 19 दिसंबर के बाद सांगठनिक तैयारियों की समीक्षा करने तथा राज्य इकाई को चुनावी रणनीति पर मार्गदर्शन देने के लिए कोलकाता में बैठक हो सकती है।

ओडिशा (2024) और बिहार (2025) में लगातार जीत के बाद भाजपा ने अपना नारा और तेज कर दिया है: "2024 में ओडिशा और 2025 में बिहार के बाद, 2026 में बंगाल होगा।"राजनीतिक जानकारों का कहना है कि श्री मोदी और श्री शाह दोनों का इतनी जल्दी एकजुट होना इस बात पर जोर देता है कि यह नारा सिर्फ बयानबाजी नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि केंद्रीय नेतृत्व बंगाल की लड़ाई को कितनी गंभीरता से ले रहा है। मैदानी रैलियों के साथ-साथ भाजपा की बंगाल इकाई डिजिटल भीड़ जुटाने पर भी काफी जोर दे रही है।

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