तिरुवनंतपुरम , नवंबर 25 -- केरल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने आग्रह किया है कि राष्ट्रव्यापी बाघ गणना में शामिल वन विभाग के कर्मचारियों को आगामी स्थानीय स्वशासन चुनावों में उनके मतदान के अधिकार सुनिश्चित किए जाएँ।

उन्होंने बताया कि जनगणना के तहत केरल के लगभग 3,000 वन विभाग कर्मियों को सुदूर वन क्षेत्रों में तैनात किया गया है।

विश्वम ने इस बात पर ज़ोर दिया कि जनगणना 8 दिसंबर को समाप्त होने वाली है, जिससे घने जंगलों में तैनात कर्मचारियों के लिए 9 दिसंबर को मतदान करने के लिए समय पर लौटना बेहद मुश्किल हो जाएगा।

उन्होंने कहा, "बाघ एक-दो दिन में जंगलों से गायब नहीं हो जाएँगे।" उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारियों को उनके मतदान के अधिकार से वंचित न किया जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए जनगणना की तारीखों को पुनर्निर्धारित करना लोकतांत्रिक और उचित दोनों है।

इस बात पर ज़ोर देते हुए कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कर्तव्यों में लगे किसी भी सरकारी कर्मचारी को उनके लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जाना चाहिए, विश्वम ने राज्य चुनाव आयोग और वन विभाग प्रमुख को पत्र लिखकर इस मुद्दे का तुरंत समाधान करने और उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

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