जयपुर , अक्टूबर 04 -- राजस्थान शहरी बुनियादी ढांचा विकास परियोजना (आरयूआईडीपी) के तहत प्रदेश में एशियाई विकास बैंक (एडीबी) द्वारा वित्त पोषित शहरी क्षेत्रों में आधारभूत विकास योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है और इन परियोजनाओं ने न केवल शहरों की स्वच्छता और जीवन-स्तर को उन्नत किया है बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी राज्य को नई पहचान मिली है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में नगरीय बुनियादी ढांचे के विकास को नई गति मिली है वहींनगरीय विकास एवं आवासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा के निर्देशन में स्वायत्त शासन विभाग द्वारा आरयूआईडीपी परियोजनाओं के माध्यम से सीवरेज, जलप्रदाय, ड्रेनेज एवं शहरी सौन्दर्यीकरण के कार्यों को अभूतपूर्व विस्तार मिला है। विकास योजनाओं में एडीबी की ऋण राशि 70 प्रतिशत तथा राज्यांश 30 प्रतिशत है।

श्री शर्मा के मार्गदर्शन में आरयूआईडीपी चतुर्थ चरण ट्रेंच-प्रथम के तहत तीन हजार 76.63 करोड़ रुपये की लागत से 14 शहरों में सीवरेज एवं जलप्रदाय कार्य तथा 12 शहरों में फीकल स्लज एंड सैप्टेज मैनेजमेंट (एफएसएसएम) के कार्य कराए जा रहे हैं। इनमें से अब तक छह शहर लक्ष्मणगढ़ (जलप्रदाय), फतेहपुर, प्रतापगढ़, डीडवाना, मकराना (सीवरेज) तथा मंडावा (सीवरेज एवं जलप्रदाय) में कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। शेष आठ शहर सिरोही, आबूरोड, सरदारशहर, बांसवाड़ा, खेतड़ी, कुचामन (सीवरेज एवं जलप्रदाय) एवं रतनगढ़, लाडनूं (सीवरेज) में कार्य प्रगतिरत हैं। इसी प्रकार 12 शहरों में चल रहे एफएसएसएम कार्यों में से बांदीकुई, दौसा, जोबनेर और नीमकाथाना में कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं तथा शेष आठ शहरों में कार्य तेजी से प्रगति पर हैं। गत सितंबर तक परियोजना पर 2 हजार 302 करोड़ रुपये का व्यय किया जा चुका है। इन कार्यों से लगभग 18 लाख लोग लाभान्वित होंगे।

आरयूआईडीपी चतुर्थ चरण ट्रेंच-द्वितीय के तहत 2 हजार 450 करोड़ रुपये की लागत से 16 शहरों में सीवरेज, जलप्रदाय, ड्रेनेज एवं शहरी सौन्दर्यीकरण कार्य प्रगति पर हैं। इनमें नोखा, बूंदी, डूंगरपुर, बालोतरा एवं सागवाड़ा में सीवरेज व जलप्रदाय कार्य, निंबाहेड़ा व नाथद्वारा में जलप्रदाय कार्य, जोधपुर, बाड़मेर एवं भरतपुर में सीवरेज कार्य; जोधपुर, नवलगढ़, रतनगढ़, बूंदी व भवानीमंडी में ड्रेनेज कार्य एवं भरतपुर, सागवाड़ा, पुष्कर एवं जैसलमेर में शहरी सौन्दर्यीकरण के कार्य शामिल हैं। इस परियोजना के तहत अब तक एक हजार 995 करोड़ रुपये के कार्यादेश जारी किए जा चुके हैं तथा सितंबर तक 984 करोड़ रुपये का व्यय किया जा चुका है। इन कार्यों से लगभग 31 लाख लोग सीधे लाभान्वित होंगे।

वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर एवं झालावाड़-झालरापाटन में 602 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज के तीन बड़े कार्य पूर्ण किए गए हैं, जिनसे हजारों परिवारों को सीधा लाभ मिला है।

उल्लेखनीय है की आरयूआईडीपी तृतीय चरण में 3 हजार 930.45 करोड रुपये से पाली, झुन्झुनु, टोंक में सीवरेज एवं जलप्रदाय कार्य, उदयपुर, माउंटआबू, बीकानेर, कोटा, सवाईमाधोपुर, झालावाड़-झालरापाटन एवं भीलवाडा मे सीवरेज कार्य एवं बांसवाडा मे ड्रेनेज कार्य पूर्ण किये जा चुके है वहीं श्रीगंगानगर में सीवरेज एवं जलप्रदाय कार्य कराया जा रहा है।

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