पन्ना , अक्टूबर 05 -- प्राचीन भव्य मन्दिरों के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना शहर में इन दिनों अन्तर्राष्ट्रीय शरदपूर्णिमा महोत्सव की धूम है।
इस महोत्सव में शामिल होने के लिये देश के विभिन्न प्रान्तों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुँच चुके हैं तथा उनके आने का सिलसिला अभी भी जारी है। प्रणामी सम्प्रदाय के प्रमुख तीर्थ पद्मावतीपुरी धाम पन्ना में धार्मिक आयोजन के अन्तर्गत शनिवार शाम विविधता व भक्तिभाव से युक्त ऐतिहासिक तेरस की सवारी (शोभा यात्रा) पूरी भव्यता व धूमधाम के साथ श्री खेजड़ा मन्दिर से निकाली गई। तेरस की सवारी नगर के प्राचीन खेजड़ा मन्दिर से शुरू हुई, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए देर रात श्री प्राणनाथ जी मन्दिर पहुंची।
प्रणामी धर्मावलम्बियों की आस्था और श्रद्धा के केंद्र मंदिरों के शहर पन्ना की छटा शनिवार की शाम से देर रात्रि तक देखते ही बन रही थी। भक्ति रस में सराबोर नाचते और गाते श्रद्धालुओं की टोलियां गत सायं जब प्राचीन खेजड़ा मंदिर से श्री जी की भव्य सवारी के साथ निकलीं तो समूचा नगर भी भक्ति रस में डूब गया। यह अनूठा आयोजन हर साल दशहरे के तीसरे दिन होता है जिसमें सद्गुरू के सम्मान का प्रतीक कही जाने वाली श्री प्राणनाथ जी की दिव्य सवारी (शोभा यात्रा) खेजड़ा मंदिर से बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ निकलती है। अन्तर्राष्ट्रीय शरदपूर्णिमा महोत्सव के धार्मिक आयोजनों की श्रृंखला में इस शोभा यात्रा का खास महत्व है। क्योंकि यह शोभा यात्रा सद्गुरु के प्रति आदर, सम्मान और अहोभाव प्रकट करने का पुनीत अवसर होता है जिसमें दूर-दूर से आये सुन्दरसाथ (श्रद्धालु ) भक्ति भाव में डूबकर शामिल होते हैं। श्री जी की इस दिव्य सवारी का नगर के निवासियों ने जहाँ तहेदिल से स्वागत किया, वहीं प्रणामी धर्म के अनुनायियों ने जगह-जगह श्री जी की आरती उतारकर पुण्य लाभ लिया।
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