बीजापुर , अक्टूबर 12 -- छत्तीसगढ के बीजापुर जिले के दुर्गम और नक्सल-प्रभावित इलाके में शासन की उपस्थिति मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल में जिला कलेक्टर संबित मिश्रा ने शुक्रवार को भैरमगढ़ ब्लॉक के गाँव बांगोली का दौरा किया। उन्होंने गाँव तक पहुँचने के लिए लगभग पांच किलोमीटर का रास्ता पैदल तय किया और इंद्रावती नदी को भी पार किया है। यह गाँव हाल ही में स्थापित एक सुरक्षा कैंप का केंद्र है।

जिला कलेक्टर का इस दौरे का प्रमुख उद्देश्य नए स्थापित सुरक्षा कैंप का निरीक्षण करना और स्थानीय ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना था। उन्होंने कैंप में तैनात सुरक्षा बलों के जवानों से भेंट कर उनका मनोबल बढ़ाया। इसके बाद, उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक कर क्षेत्र के विकासात्मक मुद्दों, चुनौतियों और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की।

इस अवसर पर श्री मिश्रा ने कहा, "बांगोली में इस सुरक्षा कैंप की स्थापना 'नियद नेल्लानार' योजना के तहत एक रणनीतिक कदम है। इससे इस क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी और शासन की लाभकारी योजनाएँ अब आखिरी छोर पर बैठे नागरिकों तक आसानी से पहुँच सकेंगी। हमारा फोकस इन क्षेत्रों के निवासियों को मुख्यधारा के विकास से जोड़ने का है।"कलेक्टर के साथ उपस्थित जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता चौबे ने ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास योजना सहित विभिन्न ग्रामीण विकास योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि गाँव में एक नवनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र बन गया है, जिससे बच्चों को बेहतर पोषण और प्रारंभिक शिक्षा की सुविधा मिलेगी।

इस निरीक्षण दल में सीईओ जनपद पंचायत, तहसीलदार सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित