लखनऊ , नवम्बर 27 -- उत्तर प्रदेश में चल रहे एसआईआर के बीच बीएलओ द्वारा आत्महत्या किये जाने को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी सरकार को आड़े हाथों लिया है। अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार सत्ता के अहंकार में इस भ्रम में है कि काम के दबाव में किसी की मृत्यु होने पर न तो वे अपनी व्यवस्था सुधारेंगे, न ही कोई मुआवज़ा देंगे। चुनाव आयोग से अपील है कि मृतक आश्रितों को 1 करोड़ रुपये का मुआवज़ा दिया जाए। समाजवादी पार्टी मृतक आश्रितों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।

गुरुवार को पार्टी की तरफ से जारी बयान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि बीएलओ भाई-बहनों पर एसआईआर का अव्यावहारिक एवं असंभव लक्ष्य थोपकर जो अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है, वह अत्यंत निंदनीय और घोर आपत्तिजनक है। भाजपा राज में कर्मचारियों को प्रताड़ना, दबाव और अशांति के अलावा कुछ नहीं मिला है।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने नई नौकरियां नहीं दीं और जो मौजूदा व्यवस्थाएं हैं, उन्हें इतना कठिन बना दिया है कि लोग हताश होकर नौकरी छोड़ने को मजबूर हों। बीएलओ से मशीन की तरह काम करने की उम्मीद रखना अमानवीय है। यह सब भाजपा अपने चुनावी महाघोटाले के लिए कर रही है। जो बीएलओ हताश होकर नौकरी छोड़ रहे हैं या जो अपनी जान तक जोखिम में डाल रहे हैं, वे आखिर इस सियासी घपले का ख़ामियाज़ा क्यों भुगतें? देशभर के कर्मचारियों को इसके विरुद्ध एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए।

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