वाराणसी , नवंबर 27 -- उत्तर प्रदेश में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बी.पी.एड.) तथा मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (एम.पी.एड.) के छात्र गुरुवार को कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठ गए।
छात्रों का आरोप है कि नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस), राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा कार्यक्रम (ईएमआरएस) सहित अन्य केंद्रीय भर्ती परीक्षाओं में उनकी डिग्री को मान्यता नहीं दी जा रही है, जबकि ये कोर्स राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से पूर्णतः अनुमोदित हैं।
धरना पर बैठे छात्रों ने कहा कि योग्यता सूची में बी.पी.एड. और एम.पी.एड. को शामिल न करने से उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने की कोशिश की। जब छात्र नहीं माने तो कुलपति ने दो छात्र प्रतिनिधियों को मिलने के लिए बुलाया। दोनों छात्रों ने कुलपति के समक्ष अपनी सभी मांगें और समस्याएं विस्तार से रखीं।
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