पटना , अक्टूबर 03 -- बिहार सरकार ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में अहम संशोधन करते हुये छात्रों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है।
शुक्रवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में संशोधित मार्गदर्शिका को मंजूरी दे दी गई, जिसके तहत अब चार लाख रुपए तक का शिक्षा ऋण सभी आवेदकों के लिए पूरी तरह ब्याज मुक्त होगा।
राज्य सरकार के इस फैसले से वे छात्र भी लाभान्वित होंगे जिन्होंने पहले से ऋण लिया हुआ है या वर्तमान में किश्तें चुका रहे हैं। उनके शेष ऋण (बकाया राशि) पर भी अब कोई ब्याज नहीं लगेगा। इसके अलावा अगर किसी छात्र की मृत्यु कोर्स अवधि के दौरान हो जाती है तो उसका पूरा ऋण मूलधन और ब्याज सहित माफ कर दिया जायेगा।
पूर्व में सामान्य छात्रों को 4 प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलता था। वहीँ महिला, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर छात्रों को केवल 1 प्रतिशत ब्याज देना होता था।
अब नई संशोधित योजना के अनुसार अब सभी वर्गों को शून्य ब्याज दर पर ऋण मिलेगा। 2 लाख रुपये तक का ऋण अब अधिकतम 84 मासिक किस्तों (7 वर्ष) में चुकाना होगा। पहले 60 किस्तें निर्धारित थीं। वहीँ 2 लाख से अधिक का ऋण अब अधिकतम 120 मासिक किस्तों (10 वर्ष) में चुकाना होगा, पूर्व में इसके लिये 84 किस्तें निर्धारित थीं।
उल्लेखनीय है कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर, 2016 को हुई थी। शुरुआत में सरकार गारंटर बनकर बैंकों से शिक्षा ऋण दिलवा रही थी, लेकिन 1 अप्रैल, 2018 से यह काम बिहार राज्य शैक्षिक वित्त निगम के माध्यम से सीधे किया जा रहा है।
अब तक इस योजना के तहत 3,92,339 छात्र-छात्राओं को कुल 7,887.92 करोड़ रुपये का शिक्षा ऋण वितरित किया जा चुका है।
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