पटना , नवंबर 29 -- बिहार विधानसभा के प्रथम सत्र को शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में संपन्न कराने के लिये शनिवार को पटना के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम और वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि विधानसभा परिसर और आसपास के क्षेत्रों में त्रि- स्तरीय सुरक्षा घेरा सुनिश्चित किया गया है और पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जायेगी, जबकि आठ क्विक रिस्पॉन्स टीमें लगातार सक्रिय रहेंगी।
जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने ये बातें विधानसभा परिसर में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की संयुक्त ब्रीफिंग के दौरान कहीं और दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरक्षा तैयारियों का विस्तृत निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिये।
उन्होंने निर्देश दिया कि सभी प्रतिनियुक्त अधिकारी एक दिसंबर को सुबह 9 बजे तथा प्रतिदिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से एक घंटे पहले अपने निर्धारित स्थान पर उपस्थित रहें और बैठक समाप्त होने के बाद ही ड्यूटी स्थल छोड़ें।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि विधान मंडल परिसर में किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। बिना वैध प्रवेश पत्र किसी भी व्यक्ति या वाहन को सचिवालय, विधानसभा और विधान परिषद क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं दी जायेगी। अनाधिकृत प्रवेश की स्थिति में संबंधित दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को जवाबदेह माना जायेगा।
जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूरे परिसर का भ्रमण कर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की और समन्वय मजबूत रखने के निर्देश दिए। नियंत्रण कक्ष में तैनात वरिष्ठ अधिकारी सभी दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों के साथ सतत संवाद बनाए रखेंगे ताकि हर निर्देश का तत्काल पालन सुनिश्चित हो सके।
सत्रावधि के दौरान विधि- व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से पटना सदर अनुमंडल दंडाधिकारी ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत विधान मंडल परिसर और आसपास के क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर और पुलिस उपाधीक्षक, सचिवालय सुरक्षा और विधि- व्यवस्था की सीधी निगरानी करेंगे।
दोनों अधिकारियों ने सभी दंडाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को सतर्क, सक्रिय और पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने का निर्देश देते हुये कहा है कि विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की त्रुटि की गुंजाइश नहीं रहनी चाहिये।
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