लखनऊ , अक्टूबर 10 -- बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनावी अभियान की तैयारी के शुरू हो गई है । इस दौरान सभी की निगाहें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टिकी हैं। भाजपा के पदाधिकारियों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी बिहार में लगभग 20 रैलियों को संबोधित कर सकते हैं । बिहार में 6 और 11 नवंबर को मतदान होना है।
उत्तर प्रदेश भाजपा के सूत्रों ने बताया कि पार्टी को योगी की रैलियों के लिए उम्मीदवारों की ओर से भारी डिमांड है।खासतौर से मध्य और उत्तरी बिहार में, जहाँ हिंदू और मुस्लिम दोनों का जनसंख्या घनत्व अधिक है। यह क्षेत्र मुख्यतः ग्रामीण है, जहाँ युवा आबादी रहती है और भोजपुरी, मैथिली और मगही जैसी भाषाएँ बोली जाती हैं।
यह क्षेत्र सांस्कृतिक और भाषाई रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश से जुड़ा हुआ है, जिससे योगी को स्थानीय मतदाताओं के साथ स्वाभाविक रूप से जुड़ाव मिल सकता है।
सूत्रों ने बताया कि योगी 20 अक्टूबर के बाद कभी भी बिहार में चुनावी समर में उतर सकते हैं। भाजपा के पदाधिकारियों के अनुसार योगी का आगमन भाजपा द्वारा रणनीतिक रूप से समयबद्ध और जोरदार राजनीतिक कदम का संकेत होगा।
उन्होने कहा कि योगी लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस की कथित भ्रष्टाचार से ग्रस्त पिछली सरकारों पर हमला बोलेंगे, साथ ही अपने शासन के मॉडल पर भी प्रकाश डालेंगे, जिसे 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्हें लगातार दूसरी बार सत्ता में लाने का श्रेय दिया जाता है।
सूत्रों ने कहा कि यूपी के सीएम की मजबूत राष्ट्रवादी और धार्मिक-सांस्कृतिक बयानबाजी हिंदू बहुल ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी को सक्रिय करेगी, खासकर उन क्षेत्रों में जो यूपी के सामाजिक-राजनीतिक ताने-बाने को दर्शाते हैं।
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