पटना , नवंबर 29 -- बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के आपसी मतभेद सामने आ गए हैं और दोनों पार्टियों की तरफ से आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है।

आरोप का सिलसिला सबसे पहले कांग्रेस ने शुरू किया और एक समीक्षा बैठक के बाद उनकी तरफ से कहा गया कि कई विधानसभा क्षेत्रों में बहुत से कांग्रेसी उम्मीदवारों की हार राजद की वजह से हुई है। कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि कई क्षेत्रों में राजद ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए और बहुत से इलाकों में उनकी तरफ से आवश्यक सहयोग भी नही मिला, जिसकी वजह से उम्मीदवारों की हार हुई।

दूसरी तरफ राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने यहां मीडिया में बयान जारी कर आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया और कहा कि कांग्रेस छही सीटें भी राजद के मतदाताओं के सहयोग से जीत पाई है। उन्होंने कहा कि बिहार में राजद के मतदाताओं की संख्या बहुत बड़ी है और कांग्रेस के पास प्रदेश में कोई जनाधार नही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर लड़ी थी, उनमें से ज़्यादातर सीटें हार गई थी। उन्होंने बताया कि पांच साल पहले कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे 19 सीटें हासिल हुई थीं।

कांग्रेस को राजद से रिश्ता तोड़ कर अकेले चुनाव लड़ना चाहिए था, इस सवाल के जवाब में श्री मंडल ने कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं कहना है, लेकिन जब मीडियाकर्मियों ने ज़ोर दे कर पूछा तो उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस बिहार में अकेले आगे बढ़ने को तैयार है, तो वह ऐसा करने के लिए आज़ाद है।

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