जालंधर , नवंबर 26 -- विद्युत कर्मचारियों एवं अभियंताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर विद्युत क्षेत्र के कर्मचारी एवं अभियंता उत्तर प्रदेश के विद्युत कर्मचारियों के समर्थन में तथा विद्युत (संशोधन) विधेयक 2025 के विरोध में 27 नवंबर को देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे। ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने बुधवार को कहा कि एनसीसीओईईई ने अब 27 नवंबर को लाखों बिजली कर्मचारियों द्वारा दोनों यूपी डिस्कॉम के निजीकरण के विरोध में एक विशाल विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। बिजली क्षेत्र के कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि यूपीपीसीएल और राज्य सरकार के कुछ वरिष्ठ अधिकारी चुनिंदा निजी कंपनियों के साथ मिलीभगत कर रहे हैं। उन्होंने उन पर करोड़ों रुपये की डिस्कॉम संपत्तियों को निजी कंपनियों को औने-पौने दामों पर बेचने का प्रयास करने का आरोप लगाया। श्री दुबे ने कहा कि अगर डिस्कॉम का निजीकरण किया गया, तो किसान और आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग कई लाभों से वंचित हो जाएंगे।

एआईपीईएफ के मीडिया सलाहकार वी के गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारी दो सरकारी बिजली वितरण कंपनियों, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीयूवीवीएनएल) और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) के प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ एक साल से संघर्ष कर रहे हैं। ये कंपनियां राज्य के 75 में से 42 जिलों में फैली हैं। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति कर रही है, जो इस कदम का विरोध कर रही है, क्योंकि उसे लगता है कि इससे कर्मचारियों, किसानों और गरीबों को नुकसान होगा। पिछले एक साल से, राज्य सरकार द्वारा हड़तालों पर प्रतिबंध लगाने के लिए उत्तर प्रदेश आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (यूपी एस्मा) लागू करने के बावजूद, कर्मचारियों ने लगातार प्रदर्शन, रैलियाँ और कार्य बहिष्कार किये हैं।

एआईपीईएफ ने मसौदा विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2025 का कड़ा विरोध किया, क्योंकि विद्युत क्षेत्र को मजबूत करने के बजाय, यह विधेयक व्यापक निजीकरण, व्यावसायीकरण और विद्युत वितरण के केंद्रीकृत नियंत्रण का द्वार खोलता है।

यह प्रदर्शन उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों और पटियाला, हिसार, जम्मू, श्रीनगर, देहरादून, हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, विजयवाड़ा, चेन्नई, बेंगलुरु, मुंबई, नागपुर, रायपुर, भोपाल, जबलपुर, वडोदरा, राजकोट, गुवाहाटी, शिलांग, कोलकाता, भुवनेश्वर, पटना, रांची सहित कई शहरों में पूरे भारत में आयोजित किया जाएगा।

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