रोहतक , नवंबर 26 -- हरियाणा में रोहतक के लाखनमाजरा में 16 वर्षीय राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी की दर्दनाक मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।

हादसे के बाद पीड़ित पिता संदीप राठी का दर्द छलक पड़ा। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनके बेटे की मौत के लिए पूरी तरह प्रशासन जिम्मेदार है।

संदीप राठी ने बताया कि हार्दिक बचपन से ही बास्केटबॉल के लिए बेहद जुनूनी था। उन्होंने कहा कि जब वह छोटा था तब घर पर बास्केटबॉल रिंग लगायी गयी थी, वहीं से उसकी खेल यात्रा शुरू हुई। दोनों भाई बास्केटबॉल खेलते हैं और हार्दिक 2026 में भारत की ओर से खेलने की तैयारी कर रहा था।

उन्होंने कहा कि उनका सपना था कि बेटा देश का नाम रोशन करे, लेकिन हादसे ने सब खत्म कर दिया। पीड़ित पिता ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कोर्ट में लगे पोल की हालत काफी खराब थी, जिसकी शिकायत कई बार की गयी, लेकिन अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा,"हमने अपने बेटे से वादा किया था कि उसकी जिंदगी बेहतर बनाएंगे, लेकिन आज हमारे सारे सपने बिखर गए। अब बस यही चाहता हूं कि किसी और परिवार के साथ ऐसी त्रासदी न हो।"हादसे के बाद सरकार हरकत में आई है। हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए दो खेल अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। साथ ही प्रदेश के 22 जिलों के स्पोर्ट्स ऑफिसर्स से खेल सुविधाओं की पूरी रिपोर्ट तलब की गई है, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।

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