बालोद, सितंबर 26 -- नवरात्र के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के बालोद जिला जेल में उत्सव का माहौल देखने को मिल रहा है। जेल की बैरक में माता के भजन-कीर्तन की गूंज सुनाई दे रही है और बंदी 'जय माता दी' के जयकारे लगा रहे हैं।
जिला जेल प्रबंधन की विशेष व्यवस्था के तहत विभिन्न मामलों में सजा काट रहे बंदी नियमित रूप से नवरात्र के नौ दिन तक उपवास रख रहे हैं। नवरात्र के पहले दिन 36 और पंचमी के अवसर पर 40 बंदियों ने उपवास रखा। अष्टमी के दिन भी कई बंदी विधिविधान के साथ माता की आराधना करते हुए उपवास करेंगे।
जेल प्रबंधन ने उपवास धारी बंदियों के लिए विशेष फलाहारी का इंतजाम किया है, जिसमें दूध, फल, गुड़, मूंगफली, साबूदाना और उबला आलू शामिल हैं। हर शाम बंदी भजन-कीर्तन गाकर माता की आराधना में भाग ले रहे हैं।
इसके अलावा, नवरात्र के दौरान जेल में नशा मुक्ति अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसमें बंदियों को नशे से दूर रहने और जीवन सुधारने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
जेलर ने बताया कि उपवास रखने वाले बंदियों के लिए नियम के अनुसार फलाहार की व्यवस्था की गई है। बंदी विधिविधान के अनुसार पूजा-अर्चना कर अपने गुनाहों की माफी मांग रहे हैं और जेल की बैरक में मां दुर्गा के जयकारों से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित