वडोदरा , दिसंबर 29 -- पश्चिम रेलवे में गुजरात के वडोदरा मंडल के बाजवा - अहमदाबाद सेक्शन पर स्वदेशी "कवच 4.0" प्रणाली सोमवार को सफलतापूर्वक स्थापित की गयी है।
मंडल रेल प्रवक्ता ने बताया कि वडोदरा मंडल ने रेल परिचालन में संरक्षा को और मजबूत करने के क्रम में आज 96 किलोमीटर लंबे बाजवा - अहमदाबाद सेक्शन पर कवच 4.0 सिस्टम को सफलतापूर्वक स्थापित (कमीशन) किया है। मंडल रेल प्रबंधक राजू भडके के मार्गदर्शन में वडोदरा मंडल के सिग्नल एवं टेलीकम्युनिकेशन विभाग ने यह महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।
कवच से लैस पहली ट्रेन 59549/59550 संकल्प फास्ट पैसेंजर आज वडोदरा से अहमदाबाद के लिए रवाना हुई, जिसके लोकोमोटिव में श्री भडके एवं वरिष्ठ अधिकारिओं ने सफ़र किया और इस स्वदेशी "कवच" प्रणाली का अवलोकन किया। पहली ट्रेन शत प्रतिशत ऑपरेशनल अवेलेबिलिटी के साथ चली और इस प्रकार बाजवा - अहमदाबाद सेक्शन पर स्वदेशी "कवच 4.0" प्रणाली का सफलतापूर्वक कमीशन हुआ।
श्री राजू भडके ने इस अवसर पर बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विज़न को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मार्गदर्शन में रेलवे में टेक्नोलॉजी में आत्मसात किया जा रहा है। कवच एक स्वदेशी रूप से विकसित ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) सिस्टम है, जो सिग्नल पास एट डेंजर (एसपीएडी) की रोकथाम के साथ - साथ ऑटोमैटिक स्पीड कंट्रोल एवं आमने-सामने और पीछे से टक्करों से सुरक्षा जैसी कार्यक्षमताएं प्रदान करती है।
यह ट्रैक पर आएफआईडी टैग और ट्रैक, सिग्नल और लोकोमोटिव के बीच कम्युनिकेशन के लिए अल्ट्रा-हाई रेडियो फ्रीक्वेंसी (यूएचएफ) का इस्तेमाल करता है, जिससे केबिन में लोको पायलटों को रियल-टाइम जानकारी मिलती है, और यह सुरक्षित और ज़्यादा कुशल यात्राओं के लिए एक सतर्क रक्षक की तरह काम करता है।
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