नयी दिल्ली , अक्टूबर 10 -- अमेरिका के अफगानिस्तान में बगराम एयरबेस को वापस लेने के प्रयासों की रिपोर्टों के बीच अफगानिस्तान ने स्पष्ट किया है कि वह यह एयरबेस किसी को नहीं देगा। भारत यात्रा पर आये अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने शुक्रवार को यहां अफगानिस्तान के दूतावास में एक संवाददाता सम्मेलन में बरगाम एयर बेस से संबंधित सवाल के जवाब में कहा कि अफगानिस्तान के लोगों ने कभी भी सैन्य दखल को कबूल नहीं किया है और यदि किसी देश को उनके साथ संबंध बनाने हैं तो वह राजनयिक माध्यम से संबंध बना सकता है।

उन्होंने कहा , " बगराम के बारे में हमारा कहना है कि अफगानिस्तान की तारीख गवाह है कि अफगानिस्तान में कभी भी लोगों ने मिलिट्री को कबूल नहीं किया है। अफगानिस्तान एक आजाद और खुद मुख्तार मुल्क है और अगर किसी की इच्छा है कि हमारे साथ ताल्लुकात चाहिए तो राजनयिक मिशन के माध्यम से ऐसा हो सकता है, लेकिन मिलिट्री की यूनिफार्म में हमको यह कबूल नहीं है। "उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका अफगानिस्तान में बगराम एयर बेस को वापस लेगा। यह एयरबेस आतंकवादी नेटवर्क से लड़ने के लिए अमेरिका ने ही बनाया था लेकिन बाद में उसने इसे खाली कर दिया था।

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