मुंबई , अक्टूबर 13 -- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे की सरकारी परिसरों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग सोमवार को खारिज कर दी।
श्री फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा, "उनकी कौन सुनता है?" उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास विफल रहा था, जिसके कारण उन्हें सत्ता छोड़नी पड़ी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ऐसी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देना भी ज़रूरी नहीं समझती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को पुरानी बहसों को फिर से शुरू करने वाले बयान देने के बजाय आत्मचिंतन करना चाहिए। उन्होंने श्री खरगे की मांग को राजनीति से प्रेरित और अप्रासंगिक बताते हुए कहा कि आरएसएस का सामाजिक और राष्ट्रीय हित में योगदान देने का एक लंबा इतिहास रहा है।
उल्लेखनीय है कि श्री खरगे ने 12 अक्टूबर को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को पत्र लिखकर उनसे सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में आरएसएस के कार्यक्रमों की अनुमति न देने का आग्रह किया था। उन्होंने अपने पत्र में अनुरोध किया था कि संगठन की गतिविधियों को सार्वजनिक पार्कों और मुजराई बंदोबस्ती मंदिरों में प्रतिबंधित किया जाए, यह तर्क देते हुए कि सरकारी परिसरों का इस्तेमाल राजनीतिक या वैचारिक उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
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