फगवाड़ा , अक्टूबर 01 -- पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली की मांग को लेकर नयी पेंशन योजना (एनपीएस) के कर्मचारियों ने बुधवार को फगवाड़ा तहसील में एक दिवसीय भूख हड़ताल की।
यह विरोध प्रदर्शन राष्ट्रीय पुरानी पेंशन योजना आंदोलन (एनएमओपीएस), ओपीएस संघर्ष समिति और सीपीएफ कर्मचारी संघ के संयुक्त बैनर तले किया गया। यूनियन नेताओं ने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य राज्य और केंद्र सरकार, दोनों को एक कड़ा संदेश देना है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ओपीएस बहाली की उनकी मांग को नज़रअंदाज़ किया गया, तो पंजाब भर के कर्मचारी 25 नवंबर को रामलीला मैदान में होने वाली 'महा रैली' के लिए दिल्ली कूच करेंगे।
नेताओं ने ओपीएस बहाली पर अपनी पिछली अधिसूचना को लागू करने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की और केंद्र पर कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा की कीमत पर कॉर्पोरेट्स को लाभ पहुंचाने के लिए एनपीएस थोपने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, " कर्मचारियों का सच्चा सम्मान बुढ़ापे में सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में निहित है, जो केवल पुरानी पेंशन योजना के माध्यम से ही संभव है।"मूल रूप से पांच सितंबर को प्रस्तावित हड़ताल बाढ़ के कारण स्थगित कर दी गयी थी। इसे एससी/बीसी शिक्षक संघ, सरकारी शिक्षक संघ, कंप्यूटर शिक्षक संघ, पंजाब पेंशनर्स कल्याण संघ, सरकारी पेंशनर्स संघ और भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) सहित कई संगठनों का समर्थन प्राप्त हुआ।
विरोध प्रदर्शन में करनैल फिल्लौर, सतवंत तूरा, कुलदीप कौरा, गौरव राठौड़, हंसराज बांगड़, मनप्रीत कौर, जसप्रीत कौर और कमलजीत कौर सहित सैकड़ों शिक्षकों और कर्मचारियों ने भाग लिया।
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