नयी दल्ली , अक्टूबर 14 -- केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी 29 अक्टूबर को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 29 अक्टूबर को तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 'विंडर्जी इंडिया 2025'के सातवें संस्करण का उद्घाटन करेंगे।

पवन ऊर्जा की क्षमता को प्रदर्शित करने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन चेन्नई के ट्रेड सेंटर में 29 से 31 अक्टूबर तक किया जाएगा जिसमें पवन ऊर्जा के क्षेत्र में की जा रही नवीन गतिविधियों की जानकारी मिलेगी और इसका आदान प्रदान किया जा सकेगा। तीन दिन तक चलने वाले इस मेले में पवन ऊर्जा उत्पादन में अहम भूमिका निभाने वाले 20 से अधक देशों के 350 से अधिक प्रधिनिधि हिस्सा लेंगे। मेले में करीब 15,000 लोगों के पहुंचने की संभावना है।

मेले के आयोजन की जानकारी देते हुए आईडब्ल्युटीएमए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदित्य प्यासी, सुजलोन एनर्जी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे.पी. चालसानी, इंडया रीजन, जेडएफ समूह के जनरल अध्यक्ष आकाश पास्सी तथा विंडर रिन्यूएबल एनर्जी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के भारती ने मंगलवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया कि भारत पवन ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर चौथे स्थान पर है और यहां इस क्षेत्र में तेजी से और उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। उनका कहना था कि अगस्त 2025 तक पवन ऊजा क्षेत्र में भारत की उत्पादन क्षमता 52,681.2 मेगावॉट तक पहुँच चुकी है जिससे वह न केवल घरेलू बल्कि वैश्विक स्तर पर भी पवन ऊजा उत्पादन करने वाला अग्रणी देश बन गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत 150 गीगावॉट पवन ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य जल्द ही हासिल कर लेगा।

उन्होंने कहा कि पवन ऊर्जा क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार लगातार सहयोग कर रही है और इस काम में तेजी आये इसके लिए नीतिगत कदम भी उठाए जा रहे हैं। इसी पहल के तहत सरकार ने पवन ऊर्जा उपकरणों पर जीएसटी दर को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने की घोषणा की है।

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