प्रयागराज , अक्टूबर 12 -- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में विनायक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में रविवार को निःशुल्क ओपीडी शिविरलगाया गया जिसमें बच्चों और दमा के मरीजों की जांच की गयी।
बदलते मौसम और बढ़ते प्रदूषण के बीच लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के उद्देश्य से रविवार को विनायक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, प्रयागराज में निःशुल्क ओपीडी शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का संचालन प्रसिद्ध चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. वैभव कृष्ण और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हंसिका श्रीवास्तव ने किया।
शिविर में बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे, जिनमें टीबी, दमा, छाती संबंधी रोगों के साथ बच्चों की बीमारियों से जूझ रहे लोगों ने परामर्श लिया। अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीजों के लिए पीएफटी (पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट), एक्स-रे चेस्ट, ईसीजी और आरबीसी जांचों पर विशेष छूट दी गई। इसके साथ ही बच्चों को निःशुल्क दवाओं का वितरण भी किया गया।
अस्पताल परिसर में सुबह से ही लोगों की भीड़ देखी गयी। डॉक्टरों ने एक-एक मरीज को विस्तार से परामर्श दिया और जांच रिपोर्ट देखकर उचित इलाज बताया। इस दौरान डॉ. वैभव कृष्ण ने बताया कि आज के शिविर में सबसे ज्यादा मरीज सांस और दमा की समस्या से पीड़ित मिले हैं, जिनमें बच्चों की संख्या अधिक रही।
डॉ. वैभव ने कहा कि "मौसम में हो रहे बदलाव और घरों में धूम्रपान की वजह से दमा के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे मरीजों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए धूल, ठंड और धुएं से बचना जरूरी है। अगर घर में कोई धूम्रपान करता है, तो उसे बच्चों से दूर रहकर ही करना चाहिए।वहीं, डॉ. हंसिका श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य जांच के दौरान यह देखा गया कि कई बच्चों को सांस लेने में परेशानी और जल्दी थकान जैसी शिकायतें मिल रही हैं।
उन्होंने सलाह दी कि अगर घर में किसी को खांसी-जुखाम या संक्रमण है तो वे बच्चों से दूरी बनाए रखें और मास्क पहनें, ताकि संक्रमण न फैले।डॉ. हंसिका ने दीपावली पर्व को देखते हुए माता-पिता से अपील की कि बच्चों को पटाखों के हानिकारक धुएं से दूर रखें, क्योंकि यह श्वसन रोगों को और बढ़ा सकता है।
उन्होंने कहा, "अगर पटाखे जलाने हों तो खुले स्थानों पर स्काई फायर पटाखों का प्रयोग करें जो अपेक्षाकृत कम प्रदूषण फैलाते हैं।
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