चंडीगढ़ , अक्टूबर 14 -- भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी वाई. पूरन कुमार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आज युवा कांग्रेस ने हरियाणा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सेक्टर-3 स्थित आधिकारिक निवास का घेराव किया।
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व युवा कांग्रेस चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष दीपक लुबाणा ने किया।
उन्होंने कहा, "आईपीएस वाई. पूरन कुमार की दुखद मृत्यु आत्महत्या नहीं, बल्कि सरकार की असंवेदनशील और गैरजिम्मेदार व्यवस्था के कारण हुई शहादत है। एक होनहार दलित अधिकारी को न्याय दिलाने में हरियाणा की भाजपा सरकार पूरी तरह विफल रही है।"श्री लुबाणा ने कहा कि श्री पूरन कुमार का पार्थिव शरीर अभी तक मोर्चरी में रखा हुआ है और सरकार की चुप्पी न्याय की हत्या के समान है। उन्होंने कहा, " अगर एक वरिष्ठ अधिकारी को न्याय नहीं मिल सकता, तो आम नागरिकों के साथ होने वाले अन्याय की कल्पना की जा सकती है।"प्रदर्शन के दौरान चंडीगढ़ पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग किया और कई युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर सेक्टर-3 थाना ले जाया गया। युवा कांग्रेस ने पुलिस की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है।
युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष धीरज गुप्ता ने कहा कि यह घटना भारत के दलित समाज के खिलाफ जारी अन्याय की एक और दुखद कड़ी है। उन्होंने कहा, " यह देश का पहला मामला है, जब एक दलित आईपीएस अधिकारी ने आठ पृष्ठों का सुसाइड नोट छोड़कर अपने प्राण त्यागे, जिसमें कई जिम्मेदार अधिकारियों के नाम स्पष्ट रूप से दर्ज हैं।"श्री पूरन कुमार की पत्नी अमनीत कौर, जो स्वयं एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं, लगातार अपने पति के लिए न्याय की मांग कर रही हैं।
श्री गुप्ता ने कहा कि यदि श्री पूरन कुमार को शीघ्र न्याय नहीं मिला, तो युवा कांग्रेस पार्टी एक बड़े जनआंदोलन की तैयारी करेगी और यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक न्याय नहीं मिल जाता।
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