पुरी , अक्टूबर 01 -- ओडिशा के पुरी में प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 100वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में पुरी तट पर छह फुट लंबी रेत की मूर्ति बनाकर संघ के संस्थापकों को श्रद्धांजलि दी।

श्री पटनायक ने लगभग आठ टन रेत से आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और माधव सदाशिवराव गोलवलकर (गुरुजी) की मूर्ति बनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की जो एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के उनके दूरदर्शी विचारों को प्रदर्शित करती है। मूर्ति पर "निःस्वार्थ सेवा के 100 वर्ष" का संदेश दिया गया है।

इस अवसर पर शताब्दी समारोह में पथ संचलन, शस्त्र पूजन और राष्ट्रीय एकता एवं चरित्र निर्माण में आरएसएस की स्थायी भूमिका पर प्रकाश डालते हुए प्रेरक भाषण भी दिए गए।

श्री पटनायक ने अपने सैंड आर्ट इंस्टीट्यूट के छात्रों के साथ ने कहा, "आरएसएस की अनुशासन और निस्वार्थ सेवा की एक सदी लंबी यात्रा पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।"अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित कलाकार श्री पटनायक,ने 65 से ज़्यादा सैंड आर्ट कार्यक्रमों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वह अपनी कला का उपयोग जलवायु परिवर्तन, जन स्वास्थ्य और मानवीय मुद्दों जैसे ज्वलंत सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए करते हैं।

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