पीलीभीत , नवंबर 29 -- उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में नगर पालिका ने शनिवार को विवादित सपा कार्यालय से समान बाहर करके कब्जा मुक्त कर दिया। नगर पालिका (नपा) ने गेट पर अपने तीन तले भी जड़ दिए। अब यह नपा ईओ का आवास रहेगा। नगर के प्रमुख नकटा दानव चौराहे के समीप स्थित कार्यालय के ताले भारी पुलिस की उपस्थिति तोड़कर यह कार्रवाई की गई।

नगर पालिका ईओ संजीव कुमार ने मीडिया को बताया कि वर्ष 2005 में नपा ने इस ईओ आवास को कार्यालय के लिए 115 रुपए मासिक किराए पर सपा को दिया था। इसके बाद नपा ने 12 नवंबर 2020 को यह आवंटन रद्द कर दिया था। आवंटन रद्द करने का तर्क यह दिया गया कि प्रक्रिया निर्धारित तरीके से नहीं हुई थी।

इसके बाद सपा के तत्कालीन जिलाध्यक्ष आनंद सिंह यादव ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसे उन्होंने 1 दिसंबर 2020 को खुद ही वापस ले लिया था। इसी बीच, नपा ने कार्यालय को खाली करने का अल्टीमेटम सपा को दिया था। 29 नवंबर शनिवार को एसडीएम सदर श्रद्धा सिंह, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी संजीव कुमार और सीओ दीपक चतुर्वेदी कई थानों की फोर्स के साथ आवास पर कब्जा लेने पहुंचे। नगर पालिका की टीम ने हथौड़े से आवास के बाहर लगे तीन ताले तोड़ दिए और अंदर का सामान बाहर निकाल दिया।

समाजवादी पार्टी का कार्यालय खाली करने की प्रक्रिया के समय समाजवादी पार्टी के नेताओ का विरोध देखने को नहीं मिला। संभवतः वे इसकी हिम्मत नहीं जुटा पाए। कार्यालय के अंदर से प्रशासन और पुलिस की उपस्थिति में पालिका ने 37 कुर्सी, 1 टेबल, 1 रिलैक्सिंग चेयर, 6 स्टील चेयर, 1, पार्टी की लकड़ी, 1 एसी, 1 सिलिंग फैन, 1 दिवार घड़ी, 3 ट्यूबलाइट, 1 स्टेबलाइजर, 32 फोटो, 2 डस्टबीन, 1 इन्वर्टर-बैट्री, 1 बड़ा फ्लैक्स, 1 चाय केतली आदि समान बाहर किया।

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