नयी दिल्ली , अक्टूबर 13 -- केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय वृहद योजना (एनएमपी) को बुनियादी परियोजनाओं के निर्धारण और कार्यान्यवयन के क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी पहल बताते हुए सोमवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दशकों के चिंतन से निकली व्यवस्था है।
श्री गोयल पीएम गतिशक्ति एमएनपी के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यहां उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के लॉजिस्टिक्स प्रभाग द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। इस कार्यक्रम में उन्होंने पीएम गतिशक्ति के भू-स्थानिक डाटा भंडार को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराने तथा और अपतटीय परियोजनाओं के लिए भी पीएम गतिशक्ति ऑफसोर शुरू करने जैसी कुछ नयी पहलों को शुरू किये जाने की भी घोषणाएं कीं।
श्री गोयल ने कहा , 'पीएम गतिशक्ति गति और शक्ति दोनों लाती है और यह कोई साधारण कार्यक्रम नहीं है।इसका एक बहुत गहरा अर्थ है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और भारत के लोगों की सेवा के लिए बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की बेहतर योजना और कार्यान्वयन पर लगभग दो दशकों के गंभीर चिंतन से उभरता है।"श्री पीयूष गोयल ने इस अवसर पर भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना विज्ञान संस्थान (बीआईएसएजी-एन) द्वारा विकसित एक वेब प्लेटफार्म शुरू किये जाने की घोषणा की जिसके माध्यम से निजी क्षेत्र और शोधार्थी आदि भी पीएम गतिशक्ति के सूचना भंडार से लाभ प्राप्त कर सकेंगे। यह प्लेटफार्म जानकारी मांगने पर - आधारित विश्लेषण तंत्र के माध्यम से से भू-स्थानिक डेटा और उन्नत विश्लेषण सुविधा प्रदान करेगा।
श्री गोयल ने पीएम गतिशक्ति संग्रह खंड-3 का विमोचन किया, जिसमें सफल उपयोग के मामलों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर प्रकाश डाला गया है1 वाणिज्य मंत्री ने पीएमजीएस एनएमपी डैशबोर्ड का शुभारंभ किया, जो प्रगति की निगरानी और कार्रवाई के संबंध में एक व्यापक बहु-क्षेत्रीय रिपोर्टिंग प्रणाली है।
श्री गोयल ने मंत्रालयों, विभागों और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के बीच एक दूसरे से सीखने और ज्ञान साझाकरण को बढ़ावा देने के लिए ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (केएमएस) की भी शुरुआत की1उन्होंने अपतटीय परियोजनाओं के निर्धारण और क्रियान्वयन में डाटा आधारित समन्यवय के लिए पीएम गतिशक्ति - ऑफशोर का अनावरण किया। यह तेल-गैस आदि कई क्षेत्रों में अपतटीय परियोजनाओं विकास की एकीकृत योजना और प्रबंधन के लिए एक समर्पित डिजिटल प्लेटफॉर्म है।
उन्होंने विकेन्द्रीकृत, वास्तविक समय डेटा स्वामित्व और जवाबदेही को बढ़ाने के लिए डेटा अपलोडिंग और प्रबंधन प्रणाली (डीयूएमएस) तथा डेटा-संचालित स्थानीय बुनियादी ढांचे के विकास और समग्र क्षेत्रीय विकास को मजबूत करने के उद्येश्य से आकांक्षी जिलों के लिए पीएमजीएस जिला मास्टर प्लान (डीएमपी) शुरू की।
पिछले चार वर्ष में पीएम गतिशक्ति एमएनपी के तहत नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) ने गतिशक्ति के सिद्धांतों का उपयोग करते हुए 300 से अधिक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का मूल्यांकन किया है, जिसमें एकीकृत योजना, अंतिम-मील कनेक्टिविटी, इंटरमॉडल लिंकेज, बेहतर लॉजिस्टिक्स दक्षता और समन्वित परियोजना कार्यान्वयन शामिल हैं।
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनसार देश के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने राष्ट्रीय मास्टर प्लान के अनुरूप राज्य मास्टर प्लान (एसएमपी) पोर्टल विकसित किए हैं, जिससे पूंजी निवेश को सुव्यवस्थित करने और परियोजना निष्पादन में तेजी लाने में मदद मिली है। पीएम गतिशक्ति पोर्टल पर 600 से अधिक परियोजनाओं की योजना बनाई गई है और उनका मानचित्रण किया गया है।
इस पहल का विस्तार सामाजिक और आर्थिक मंत्रालयों तक हो गया है, जो सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए पीएम गतिशक्ति का लाभ उठाने पर केंद्रित है।
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