पालघर , नवंबर 25 -- महाराष्ट्र के पालघर जिले के सुदूर मोखदा क्षेत्र में एक परेशान करने वाली घटना में, एक एम्बुलेंस चालक ने कथित रूप से एक मां और उसके नवजात शिशु को बीच रास्ते में छोड़ दिया, जिससे प्रसव पीड़ा से उबर रही महिला को घर पहुंचने के लिए लगभग दो किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।

अमाले गांव की महिला को 19 नवंबर को मोखदा ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उसे जव्हार के कॉटेज अस्पताल में स्थानांतरित किया गया, जहां उसने सुरक्षित रूप से एक बच्चे को जन्म दिया। अगले दिन उसे छुट्टी दे दी गई और घर जाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध कराई गई।

हालांकि एम्बुलेंस चालक ने महिला और उसके नवजात शिशु को उनके घर से दो किलोमीटर दूर छोड़ दिया और चला गया। कोई और विकल्प न होने पर लाचार महिला ने अपने नवजात को गोद में लिए हुए बाकी का रास्ता पैदल ही तय कियाइस घटना से व्यापक आक्रोश उत्पन्न हो गया है, खासकर जौहर-मोखदा क्षेत्र में तेंदुओं की बढ़ती मौजूदगी के मद्देनजर। एक मां और नवजात शिशु को ऐसे सुनसान इलाके में छोड़ना अमानवीय और बेहद खतरनाक बताया जा रहा है।

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