श्रीनगर , नवंबर 29 -- जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि पहलगाम हमले की वजह से यह साल कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र के लिए मुश्किल रहा है, लेकिन उम्मीद है कि अच्छा प्रचार स्थायी पर्यटन के लिये नये दरवाज़े खोल सकता है।
श्री अब्दुल्ला ने आज यहां एसकेएएल इंटरनेशनल क्लब, कश्मीर चैप्टर लॉन्च करने के बाद कहा कि इस तरह की कोशिशें पर्यटन के लिए फायदेमंद हो सकती हैं तथा जम्मू-कश्मीर के पर्यटन उद्योग के वास्ते सहयोग, स्थायी पर्यटन और नये मौकों के दरवाज़े खुल सकते हैं। उन्होंने कहा, "जहां भी व्यापार से व्यापार के रिश्ते बनते हैं, हमें उम्मीद है कि वहां हमारे पर्यटन के हितधारकों को फायदा होगा। पर्यटन में सबसे बड़ी चीज़ प्रचार है। आप जितना ज़्यादा प्रचार और विपणन करेंगे, उतने ही ज़्यादा लोग आएंगे।"उन्होंने कहा कि यह साल जम्मू-कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र के लिए "आसान नहीं" रहा। उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले, दिल्ली धमाके और नौगाम धमाके की घटनाओं से हुए नुकसान का ज़िक्र करते हुए कहा कि इससे पर्यटकों की संख्या पर बहुत ज़्यादा असर पड है। उन्होंने कहा, "ऐसी घटनाओं के बावजूद, अगर एसकेएएल जैसे संस्थान और समूह यहां आते हैं और हमारे पर्यटन उद्योग के साथ रिश्ते बनाते हैं तो हमें इसे एक सकारात्मक कदम के तौर पर देखना चाहिए।"मुख्यमंत्री ने सर्दियों के मौसम में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हिमपात को जरुरी फैक्टर बताते हुए कहा कि नवंबर "पूरी तरह से सूखा" रहा था। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि अल्लाह मेहरबान होगा और दिसंबर में हमें अच्छा हिमपात मिलेगा। अगरहिमपात शुरू होती है तो गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग और श्रीनगर को भी फायदा होगा।"उन्होंने कहा कि सरकार ने सर्दियों में पर्यटन बढ़ाने के लिए अपनी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली हैं। पर्यटकों का आना भले ही जारी है, लेकिन संख्या उम्मीद से कम है। क्रिसेंथेमम गार्डन के खुलने से पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि अगर हिमपात होता है तो और पर्यटक आएंगे।
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