वाराणसी, सितंबर 30 -- वाराणसी में कचहरी से संदहा तक की सड़क को फोर लेन में विस्तारित करने के दौरान स्व. पद्मश्री हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद के मकान को तोड़े जाने को लेकर कई तरह की खबरें सुर्खियों में हैं। इस बीच स्वर्गीय शाहिद की पत्नी परवीन ने अपने कुछ परिजनों पर बदसलूकी का आरोप लगाया। उनका कहना है कि कचहरी स्थित आवास में उनका परिवार नहीं रहता। मुआवजा लेकर उन्होंने मकान छोड़ दिया है। आज वह कचहरी स्थित आवास पर कुछ सामान लेने गईं, तो परिजनों ने उनके साथ बदसलूकी की।
परवीन ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण के लिए पांच हिस्सेदारों/वारिसों को मुआवजा मिल चुका है। उनके हिस्से के मकान को तोड़े जाने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उनको भी मुआवजा मिल चुका है और वो सरकार और प्रशासन के साथ है। रविवार को मुआवजा लेने वाले हिस्सेदारों के हिस्से के मकान को ही तोड़ा गया। हालांकि, बाकी चार हिस्सेदारों ने इस कार्रवाई पर असहमति जताई और मोहम्मद शाहिद के नाम को बदनाम करने की कोशिश की। परवीन के अनुसार, जिन लोगों ने मुआवजा नहीं लिया, वही उन्हें घर में घुसने से रोक रहे हैं।
जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग ने स्पष्ट किया है कि मोहम्मद शाहिद की पत्नी और बच्चे कचहरी गोलघर स्थित आवास में नहीं, बल्कि खजुरी में रहते हैं। शपथ पत्र के माध्यम से स्वतः मकान हटाने की सहमति दी गई थी। मोहम्मद शाहिद के परिवार को इस कार्रवाई पर कोई आपत्ति नहीं है। कार्रवाई केवल उसी हिस्से में की गई है, जिन्होंने मुआवजा स्वीकार किया है, जबकि बाकी हिस्सों को छोड़ दिया गया है।
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