हरिद्वार , अक्टूबर 11 -- पतंजलि योगपीठ में सनातन के शाश्वत सत्य पतंजलि वार्षिकोत्सव- पार्ट 2 का शनिवार को भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम में योग और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसमें विभिन्न गुरूकुलों के विद्यार्थियों ने शानदार प्रस्तुतियों से उपस्थित जनमानस का मन मोह लिया।इस अवसर पर योगगुरू स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के सान्निध्य में स्वामी चिदानन्द सरस्वती, स्वामी अवधेशानन्द गिरि, स्वामी हरिचेतनानन्द, डा. साध्वी भगवती सरस्वती सहित अनेक पूज्य संत, आचार्य, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में वर्ल्ड गर्ल्स चाइल्ड डे के अवसर पर बेटियों के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों का संदेश भी साझा किया गया। स्वामी रामदेव ने कहा कि वेदों में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है और बेटियों की भूमिका समाज, संस्कृति और राष्ट्र के निर्माण में अनिवार्य और दिव्य है।

इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि बेटियों को बचाने के साथ-साथ उन्हें सम्मान और सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि योग, संस्कार और शिक्षा का समन्वय ही बेटियों को सशक्त बनाने का वास्तविक मार्ग है।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत योगाभ्यास, सांस्कृतिक कार्यक्रम और श्लोक-पाठ ने आयोजन की भव्यता को चार चांद लगा दिए। पतंजलि परिवार ने सभी पूज्य संतों और गणमान्य विभूतियों का सम्मान किया।

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