आणंद , नवंबर 26 -- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 'सरदारएट150, राष्ट्रीय यूनिटी मार्च' का बुधवार को यहां से शुभारंभ किया।

राज्य के आणंद जिले के करमसद से केवडिया तक की सरदार पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय पदयात्रा 'सरदारएट150 : यूनिटी मार्च' को श्री पटेल तथा त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने फ्लैग ऑफ करके प्रस्थान कराया। प्रचंड जनसैलाब के उत्साह तथा 'जय सरदार' के गगनभेदी नारों की गूंज के साथ यह राष्ट्रीय पदयात्रा आगामी छह दिसंबर को सरदार पटेल की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' पहुंचेगी।

मुख्यमंत्री ने 150 स्थायी पदयात्रियों के साथ आणंद के अलावा वडोदरा तथा नर्मदा जिलों से गुजरने वाली इस पदयात्रा का भव्य शुभारंभ करते हुए कहा कि 'सरदारएट150 : यूनिटी मार्च' पदयात्रा राष्ट्रभक्ति का राजमार्ग प्रशस्त करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रेरित यह पदयात्रा सरदार पटेल को श्रेष्ठ श्रद्धांजलि है।

श्री पटेल ने संविधान दिवस के अवसर पर बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर तथा संविधान सभा के सभी सदस्यों को आदरपूर्वक नमन करते हुए कहा कि विश्व नेता तथा 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के प्रेरणास्रोत श्री मोदी के नेतृत्व में देशभर में सरदार साहब की 150वीं जयंती भव्य रूप से मनाने का आयोजन हुआ है। इसी उपक्रम में जहां सरदार साहब का बचपन बीता था और जहां उनकी शिक्षा- दीक्षा हुई थी, उस पवित्र भूमि करमसद से एकता के प्रतीक स्टेच्यू ऑफ यूनिटी- केवडिया तक यह यूनिटी मार्च आयोजित हो रही है।

मुख्यमंत्री ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण को प्रधानमंत्री द्वारा लौह पुरुष सरदार पटेल को दी गयी सच्ची श्रद्धांजलि बताया और कहा कि सरदार साहब की यह अभूतपूर्व प्रतिमा विश्वभर में भारत के सामर्थ्य एवं गौरव के इतिहास का जीवंत प्रतीक बनी है। उन्होंने कहा कि सरदार साहब ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश के उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री के रूप में 562 देसी रजवाड़ों का विलय कर अखंड भारत का निर्माण किया था। श्री मोदी सरदार साहब के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' तथा 'आत्मनिर्भर भारत' बनाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील हैं।

श्री साहा ने कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रह कर अपने संबोधन में 'सरदारएट150, यूनिटी मार्च' अंतर्गत त्रिपुरा राज्य में मनाये गये उत्सव तथा आयोजन की रूपरेखा दी और कहा कि यह पदयात्रा कोई सामान्य पदभ्रमण नहीं है, बल्कि देश की एकता, अखंडता तथा राष्ट्रीय स्वाभिमान के प्रतीक समान लौह पुरुष सरदार पटेल को समर्पित विशेष आयोजन है। उन्होंने राज्य की जनता तथा त्रिपुरा की ओर से उपस्थित सभी को अभिनंदन दिया।

श्री साहा ने इस वर्ष के राष्ट्रीय एकता दिवस उत्सव को विशेष बताया और इस यूनिटी मार्च का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय पदयात्रा स्वतंत्र भारत के एकीकरण के शिल्पकार सरदार पटेल के योगदान का स्मरण कर देश के युवाओं में देशभक्ति, एकता तथा उत्तरदायित्व की भावना को सुदृढ़ बनाएगी। इस अभियान की मूल भावना 'एक भारत, आत्मनिर्भर भारत' से जुड़ी हुई है।

उन्होंने अंत में यूनिटी मार्च को देश को सुदृढ़, समृद्ध एवं एकताबद्ध बनाने का संकल्प व्यक्त करने वाली बताते हुए युवाओं से राष्ट्र के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने, एकता को सर्वोच्च मूल्य के रूप में बनाये रखने और सरदार पटेल के संकल्पित भारत के निर्माण में योगदान देने की अपील की।

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