गांधीनगर, सितंबर 29 -- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने जीएसटी सुधारों और वोकल फॉर लोकल के संबंध में राज्य के उद्योग-व्यापार संगठनों के साथ सोमवार को यहां वीडियो कॉन्फ्रेंस की। लगभग 225 इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और 3500 से अधिक व्यापारी एवं उद्योगकार इसमें शामिल हुए।
श्री पटेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुए जीएसटी सुधार विकसित भारत के संकल्प को गति देने के साथ-साथ भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में भी उपयुक्त होंगे। इसमें वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, राज्य मंत्री हर्ष संघवी और जगदीश विश्वकर्मा सहित पूरे राज्य के लगभग 225 उद्योग संगठन ओर 3500 से अधिक व्यापारी एवं उद्योगकार शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा वैश्विक हालात में प्रधानमंत्री ने भविष्य के विशिष्ट विजन के साथ आत्मनिर्भरता का मार्ग अपनाया है। इसके लिए उन्होंने स्वदेशी उत्पादनों पर फोकस करने के लिए जीएसटी सुधार किए हैं। इतना ही नहीं, टैक्स के स्लैब में भी कटौती की है। उन्होंने कहा कि यदि हम सभी मिलकर जीएसटी में कमी के इस लाभ को लोगों तक पहुंचाने के लिए काम करेंगे, तो प्रधानमंत्री की बचत उत्सव की संकल्पना सच्चे अर्थ में साकार होगी।
उन्होंने राज्य के उद्योगपतियों और व्यापारियों से अनुरोध किया कि वे स्थानीय उत्पादों को गति दें ताकि हमारे देश के युवाओं और कारीगरों की मेहनत से बनी वस्तुओं और उत्पादों को बाजार उपलब्ध हो तथा प्रधानमंत्री का वोकल फॉर लोकल का उद्देश्य भी पूरा हो। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश के लिए आवश्यक है कि वह आर्थिक विकास के लिए आत्मनिर्भर बने। हमारी घरेलू मांग बहुत अधिक है और इस मजबूत पहलू के कारण ही भारत में और अधिक मैन्युफैक्चरिंग की भी गुंजाइश है।
इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन का निर्यात 2014-15 में 0.2 अरब अमरीकी डॉलर था, जो 2023-24 में बढ़कर 15.6 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इंजीनियरिंग उत्पादों का निर्यात 2023-24 में 109.32 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। अब हम सेमीकंडक्टर जैसे उभरते सेक्टर में भी आत्मनिर्भर होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प में राष्ट्र भाव के साथ जो कुछ भी करना पड़े, वह करने की तैयारी के साथ सरकार आयात कम करने और निर्यात बढ़ाने को भी प्राथमिकता दे रही है।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि गुजरात प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 के आह्वान को दूसरे सभी आह्वानों की तरह समर्थन देकर विकसित भारत- आत्मनिर्भर भारत के लिए भी उद्योग-व्यापार संगठनों के सहयोग से नेतृत्व करेगा।
उद्योग मंत्री श्री बलवंतसिंह राजपूत ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पहले केंद्र और राज्य सरकारों के अलग-अलग टैक्स की जो जटिलता थी, उसे आसान करने के लिए एक साहसिक प्रयास किया। इसके चलते प्रारंभ में जीएसटी की जो आय थी, वह अब बढ़कर 22.8 लाख करोड़ रुपए हो गई है।
श्री राजपूत ने कहा कि इस सरलीकरण के फलस्वरूप जीएसटी की आय में बढ़ोतरी के साथ-साथ आने वाले दिनों में सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी वृद्धि दर भी बढ़ेगी और स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री में भी बढ़ोतरी होने के कारण आत्मनिर्भर भारत का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प पूरा होगा।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री विश्वकर्मा ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्य सरकार व्यापार-उद्योगों के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही है, ऐसे में जीएसटी सुधारों, वोकल फॉर लोकल और स्वदेशी अभियान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर उद्योग-व्यापार जगत के सुझावों का भी स्वागत है।
उन्होंने इस वीडियो कॉन्फ्रेंस के आयोजन की प्रेरणा देने मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के प्रति आभार व्यक्त किया। वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) के चिंतन ठाकर, टोरेन्ट पावर के जिनल मेहता, जायडस समूह के पंकज पटेल ने जीएसटी सुधारों को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले दशक के दौरान देश में हुए बड़े बदलावों की प्रशंसा की।
उन्होंने विश्वास जताया कि विशेष रूप से लाइफ सेविंग ड्रग्स (जीवन रक्षक दवाइयों), मेडिसिनल और मेडिकल टेक्नोलॉजी, रिन्यूएबल एनर्जी तथा ग्रीन ग्रोथ जैसे क्षेत्रों में टैक्स सुधारों का लाभ मिलने से कारोबार सुगमता को और अधिक गति मिलेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी विचार व्यक्त किया कि स्वदेशी को बढ़ावा देने वाले उद्योगों को सरकार की ओर से प्रोत्साहित किया जाए।
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