अहमदाबाद , अक्टूबर 05 -- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को अहमदाबाद में आयोजित घुमंतू और विमुक्त जातियों के राज्य स्तरीय महासम्मेलन में शामिल हुए।
श्री पटेल ने इस अवसर पर कहा कि जिनको कोई पूछता भी नहीं था, ऐसे अंत्योदय, गरीब और वंचितों को मोदी साहब ने पूजा है। डीएनटी फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस महासम्मेलन राज्य भर से घुमंतू और विमुक्त जातियों के लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अतीत में यह सवाल था कि घुमंतू और विमुक्त जाति का समाज आगे बढ़ेगा तो आखिर कब बढ़ेगा, लेकिन हमें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जैसा सक्षम नेतृत्व मिला और प्रत्येक व्यक्ति एवं समाज को साथ रखकर चलने से 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' का ध्येय साकार हुआ है।
उन्होंने कहा कि छोटे से छोटे व्यक्ति के बारे में विचार कर सरकारी योजनाएं और नीतियां बनाई गई हैं और विकसित भारत के निर्माण के लिए हाशिये पर खड़े और मध्यम वर्ग के लोगों को केंद्र में रखकर उन्हें विकास के साथ जोड़ा है।
श्री भूपेंद्र पटेल ने घुमंतू और विमुक्त जातियों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने पर बल देते हुए कहा कि सरकार ने आपके बेटे-बेटियां पढ़-लिखकर आगे बढ़ सकें, इसके लिए बहुत सारी योजनाएं बनाई हैं। पिछले तीन वर्षों में घुमंतू और विमुक्त जाति के 27 लाख से अधिक लाभार्थियों को 297 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति सहायता और 8448 लाभार्थियों को 105 करोड़ रुपए की ऋण सहायता प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश और दुनिया के साथ-साथ समय की जो मांग है, उसके मुताबिक बच्चे कदम से कदम मिलाकर पढ़-लिखकर कर आगे बढ़ रहे हैं, इसमें जहां भी आवश्यकता होगी, वहां सरकार आपके साथ खड़े रहने को तैयार है।
उन्होंने इस समाज की बहनों और माताओं को भी स्वयं सहायता समूह जैसी योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विकसित भारत की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, तब आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए सभी समाजों को भी इसमें जुड़ना होगा।
विकसित भारत के लिए विकसित गुजरात बनाने हेतु सरकार विभिन्न कल्याण योजनाओं में संतृप्तिकरण यानी सैचुरेशन के दृष्टिकोण से साथ खड़ी है ताकि समाज का छोटे से छोटा व्यक्ति भी मुख्यधारा में शामिल हो सके। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के लिए वोकल फॉर लोकल और स्वदेशी वस्तुओं के अधिक से अधिक उपयोग का आह्वान करते हुए कहा कि जीएसटी सुधारों के कारण जनजीवन को बहुत लाभ हो रहा है।
इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने आने वाले त्योहारी सीजन में स्वदेशी वस्तुओं की खरीद-बिक्री को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर और विकसित भारत के संकल्प को गति देने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भानुबेन बाबरिया ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने घुमंतू और विमुक्त जाति के लोगों को स्थायी ठिकाना उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उन्हें 'खुद का घर' देने की शुरुआत की थी। उन्होंने आगे कहा कि 28 घुमंतू और 12 विमुक्त जातियों सहित कुल 40 जातियां सामाजिक और शैक्षणिक रूप से बहुत अधिक पिछड़ी हैं, तब राज्य सरकार ने 2015 में ऐसे लोगों के लिए निगम का गठन किया था।
श्रीमती बाबरिया ने कहा कि राज्य सरकार ने घुमंतू और विमुक्त जाति के बच्चों की शिक्षा की चिंता कर उन्हें स्कॉलरशिप और अन्य शैक्षणिक सहायता प्रदान करने के प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल अंतिम छोर के लोगों तक विकास का लाभ पहुंचाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐसी व्यवस्था की है कि स्ट्रीट वेंडर्स यानी पथ विक्रेता को अपने व्यवसाय के लिए बैंक से आसान तरीके से ऋण मिल सके। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के करकमलों द्वारा पद्मश्री भानुभाई चितारा का सम्मान किया गया।
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