चंडीगढ़ , नवंबर 27 -- पंजाब के पूर्व शिक्षा मंत्री एवं कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने गुरुवार को कहा कि कभी कृषि और समृद्धि में देश में नंबर एक पर रहने वाले पंजाब का हर बच्चा एक लाख 23 हजार 274 रुपये कर्ज के नीचे दब गया है। आम आदमी पार्टी के राज में राज्य की स्थिति इस कद्र बिगड़ गयी है कि पंजाब में आर्थिक आपातकाल के हालात पैदा हो गये हैं।
विधायक ने कहा कि पंजाब के हर व्यक्ति के लिए यह चिंता का विषय़ है। उसके बावजूद आम आदमी पार्टी अपने मुफ्त में दी जाने वाली सुविधाओं के वादों को पूरा करने के लिए पंजाब को गिरवी रखकर कर्ज पर कर्ज ले रही है। सरकार को पंजाब को आर्थिक आपातकाल की तरफ ले जाने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।
श्री सिंह ने कहा कि हाल ही में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में राज्यों पर कर्ज को लेकर सार्वजनिक की गयी रिपोर्ट में चौंकाने वाली जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि कैग ने बताया कि देश के सभी 28 राज्यों पर कर्ज बीते 10 सालों में तीन गुना बढ़ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब ने सबसे ज्यादा कर्ज ले रखा है। पंजाब पर जीएसडीपी का 40.35 प्रतिशत कर्ज है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पिछले सरकारों में कई दशकों के राज के बाद पंजाब पर दो लाख 62 हजार करोड़ का कर्ज चढ़ा था, लेकिन आम आदमी पार्टी ने पिछले तीन साल में एक लाख 20 हजार करोड़ और अब चौथे साल में 40 हजार करोड़ रुपये का नया कर्ज उठा लिया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पर 3,82,935 करोड़ रुपये का कर्ज है और यह राशि वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंत तक लगभग 4,17,136 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। 2023 के अंत तक पंजाब का कर्ज उसके जीएसडीपी का 40.35 प्रतिशत था, जो इसे सभी राज्यों में सबसे अधिक कर्जदार बनाता है। इसी रफ्तार से पंजाब सरकार कर्ज लेती रही तो यह कर्ज पांच लाख करोड़ रुपये पार कर जाएगा।
पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह आंकड़े राज्य की आर्थिक सेहत पर गंभीर सवाल पैदा करते हैं। पंजाब लंबे समय से कृषि संकट से जूझ रहा है। उनका औद्योगिक विस्तार भी बहुत कम हुआ है। राज्य में दी जाने वाली सब्सिडी का अपना बोझ है। आम आदमी पार्टी यह कर्ज पंजाब के विकास के लिए नहीं बल्कि अपने वादों को पूरा करने के नाम पर ले रही है, बल्कि पंजाब के पैसे को पार्टी की पब्लिसिटी पर उड़ा रहे हैं।
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