पटना, अक्टूबर 14 -- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जारी भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची में सबसे चौंकाने वाली बात विधानसभा के अध्यक्ष 72 वर्षीय नन्दकिशोर यादव का पटना साहिब सीट से नाम गायब होना है।
श्री यादव ने पटना साहिब से टिकट नही मिलने के बाद एक संवेदनशील मेसेज भेजा है जिसमे उन्होंने कहा है कि "मैं भारतीय जनता पार्टी के निर्णय के साथ हूँ। भारतीय जनता पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मुझे पार्टी से कोई शिकायत नहीं है। भविष्य में नई पीढ़ी का स्वागत और अभिनंदन है।" उन्होंने लिखा है कि पटना साहिब विधान सभा के लोगों ने मुझे लगातर 7 बार विजयी बनाया है। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में जो स्नेह और प्यार मुझे दिया उसे मैं कभी भूल नहीं पाऊँगा।
श्री यादव प्रदेश में भाजपा के सबसे अनुभवी और चर्चित चेहरों में एक थे। 1995 में पटना पूर्वी क्षेत्र से पहली बार विधायक बनने के बाद उन्होंने कभी भी पिछले दरवाजे की राजनीति नही की और 2020 में श्री यादव सातवीं बार विधायक बने थे।
श्री यादव अपने शानदार राजनीतिक जीवन मे 2024 में बिहार विधानसभा अध्यक्ष बनने से पहले बिहार सरकार में 2005 से 2024 के बीच पर्यटन, स्वास्थ और पथ निर्माण मंत्री रहे। 2013 में उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी बनाया गया था।
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