जालंधर , नवंबर 27 -- श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज गुरुवार को जालंधर में दुष्कर्म के बाद मारी गई 13 साल की लड़की के परिवार से मिले और अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
जत्थेदार गड़गज्ज पीड़ित परिवार के घर पर हुई श्री अखंड पाठ साहिब के भोग समारोह और अरदास (सिख प्रार्थना) में शामिल हुए। उन्होंने मृत आत्मा के लिए अरदास की और इकट्ठा हुई संगत के लिए हुक्मनामा भी पढ़ा।
इस दौरान जत्थेदार गड़गज्ज ने परिवार से पूरी घटना के बारे में जानकारी ली और उन्हें भरोसा दिलाया कि श्री अकाल तख्त साहिब और पूरा सिख समुदाय इस मुश्किल समय में उनके साथ मज़बूती से खड़ा है। उन्होंने कहा कि आरोपी ने शैतानी सोच के साथ काम किया, और ऐसी बेरहमी की कड़ी निंदा होनी चाहिए। इस घटना को दिल दहला देने वाला और बहुत परेशान करने वाला बताते हुए उन्होंने कहा कि 13 साल की बच्ची की बहुत बेरहमी से हत्या की गई। उन्होंने कहा कि पंजाब की परंपरा हमेशा से बेटियों का सम्मान करने की रही है, और युद्ध के समय में भी कोई किसी की बेटी या बहन के साथ ऐसा ज़ुल्म नहीं करेगा।
जत्थेदार गड़गज्ज ने कहा कि जब परिवार को अपनी बच्ची नहीं मिली, तो उन्होंने पुलिस को बताया, लेकिन अधिकारी आरोपी के घर की ठीक से और पूरी तलाशी लिए बिना लौट आए। बाद में, जब दबाव बढ़ा, तो लड़की की लाश आरोपी के घर में ही मिली। उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में लापरवाही दिखाने वाले पुलिस वालों को नौकरी से निकाल देना चाहिए, क्योंकि ऐसी देरी कभी नहीं होनी चाहिए थी।
आरोपी को समाज का शैतान बताते हुए जत्थेदार गड़गज्ज ने कहा कि उसे कानून के मुताबिक मौत की सज़ा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराधी चाहे किसी भी राज्य या धर्म का हो, ऐसे मामलों में मौत की सज़ा देने से समाज में ऐसे भयानक अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने दुखी परिवार को न्याय की उनकी लड़ाई में पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया। जत्थेदार गड़गज्ज ने सिख समुदाय से समाज में ऐसे अपराधियों से सावधान रहने की भी अपील की, और कहा कि ऐसे अपराध पंजाब के चरित्र को नहीं दिखाते।
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