नयी दिल्ली/ढाका , दिसंबर 22 -- एक नए राजनयिक घटनाक्रम के तहत नयी दिल्ली में बंगलादेश उच्चायोग ने सोमवार को कांसुलर और वीजा सेवाओं को निलंबित कर दिया है।
बंगलादेश ने इससे पहले दिन में त्रिपुरा के अगरतला में अपने सहायक उच्चायोग में वीजा का काम बिना किसी समय सीमा के रोक दिया था।
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार बंगलादेश ने सुरक्षा चिंताओं और किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने की ज़रूरत का हवाला देते हुए, नयी दिल्ली में अपने उच्चायोग में सभी वीज़ा जारी करने और कांसुलर सेवाओं को अगले आदेश तक अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। इस फैसले की घोषणा बंगलादेश उच्चायोग ने सोमवार को जारी नोटिस में की गयी। मिशन परिसर में लगाए गए नोटिस में निलंबन के कारण हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया गया। यह कदम शनिवार को नयी दिल्ली में बंगलादेश उच्चायोग के बाहर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद उठाया गया है।
बंगलादेश उच्चायोग ने कहा है कि वीजा सेवा सहित कांसुलर सेवाएं अगली सूचना तक निलंबित रहेंगी।
यह घटनाक्रम उस समय सामने आया ,जब बंगलादेश में भारतीय उच्वायुक्त प्रणय वर्मा ने सोमवार को ढाका में भारतीय वीज़ा एप्लीकेशन सेंटर का दौरा किया ताकि वीज़ा सेवाओं के कामकाज का जायज़ा लिया जा सके। श्री वर्मा ने जमुना फ्यूचर पार्क में सेंटर में वीज़ा आवेदकों से बातचीत की, जिनमें से कई इलाज के लिए भारत जाने के लिए मेडिकल वीज़ा के लिए आवेदन कर रहे थे।
पिछले हफ्ते, 17 दिसंबर को, भारतीय उच्चायोग ने हादी की गोलीबारी के बाद एक दिन के लिए अपनी वीजा सेवाएं निलंबित कर दी थीं, जब 'जुलाई ओइक्या' के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की वापसी के मुद्दे पर और इस आरोप पर कि हादी के हत्यारे भारत भाग गए थे, भारतीय मिशन को घेरने की योजना की घोषणा की थी। प्रदर्शनकारियों ने शुरुआती पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए थे, और बाद में ढाका के गुलशन इलाके में भारतीय उच्चायोग के बाहर धरना दिया।
भारतीय उच्चायोग ने आज कहा कि वह ढाका, खुलना, सिलहट और राजशाही में वीज़ा सेंटर चलाना जारी रखे हुए है, क्योंकि कई वीज़ा आवेदक गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए भारत जा रहे हैं। इन मानवीय ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए और बदलती सुरक्षा स्थिति के बावजूद यह वीज़ा सेंटर खुले रख रहा है।
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